कुशीनगर: कुशीनगर के नेबुआ नौरंगिया थाना क्षेत्र के नौरंगिया गांव में बुधवार की रात मटकोर की रस्म के दौरान हादसे में नौरंगिया गांव में कुएं पर रखे स्लैब के टूटने से 23 महिलाएं और बच्चे कुएं में गिर गए. इस हादसे में 13 महिलाओं व बच्चियों की मौत हो गई. वहीं, ग्रामीणों ने स्वास्थ्य विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाकर गुरुवार को सड़क जाम कर दोषी स्वास्थ कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की. इधर, रिपोर्ट के आधार पर एमओआईसी को हटा दिया गया है. वहीं, फार्मासिस्ट को सस्पेंड करने के साथ ही दो एंबुलेंस चालकों को भी बर्खास्त किया गया है और दो अन्य को देर से पहुंचने के आरोप में हटाया गया है.
बता दें कि बीते बुधवार की रात शादी के जश्न में मटकोर की रस्म के दौरान नौरंगिया गांव में कुएं पर रखा गया स्लैब टूट कर गिर गया था. जिसके बाद 23 महिलाएं और बच्चे कुएं में गिर गए थे. ग्रामीण व पुलिस लाख प्रयास के बाद भी 13 महिलाओं व बच्चियों को नहीं बचा पाए थे. गुरुवार की सुबह में सभी शवों का पोस्टमार्टम कराकर एंबुलेंस से गांव भेज दिए गया. ग्रामीणों ने एक साथ सभी शवों का दाह संस्कार पनियहवा के नारायणी घाट पर किया. वहीं, ग्रामीणों के रोड जाम करने की सूचना पर सांसद विजय दुबे मौके पर पहुंचे. लोगों को कार्रवाई का आश्वासन देकर जाम समाप्त कराया. इधर डीएम एस राजलिंगम ने सीएमओ को ग्रामीणों के आरोपों की जांच के बाद कार्रवाई का निर्देश दिया गया.
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एडीशनल सीएमओ डॉ. ताहिर व डॉ. एएन ठाकुर की दो सदस्यीय टीम गठित कर जांच कराई गई. सीएमओ डॉ. सुरेश पटारिया ने बताया कि शाम को रिपोर्ट के आधार पर एमओआईसी समेत अन्य स्वास्थ्यकर्मियों पर कार्रवाई की गई है. वहीं, एडीएम देवीदयाल वर्मा ने बताया कि गुरुवार को मृतकों के परिजनों के खाते में जिला प्रशासन की ओर से चार-चार लाख की रकम ट्रांसफर कर दी गई. मृतकों में 12 नौरंगिया गांव की, जबकि एक लड़की सपहा के गिदहा गांव की रहने वाली है.
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