कुशीनगर: जिले के पडरौना कोतवाली क्षेत्र से ठगी का मामला सामने आया है. एक टेक्निकल इंस्टीट्यूट ने करीब 100 बेरोजगार युवकों को विदेश भेजने के नाम पर लाखों की ठगी कर ली. बेरोजगार युवकों से करीब 60 से 70 हजार रुपये लूटे गए. करीब 100 बेरोजगार युवक और उनके परिजन सोमवार को पडरौना कोतवाली पहुंचे. युवकों ने पुलिस को बताया कि शहर से सटे रामकोला रोड पर भारत टेक्निकल इंस्टिट्यूट के नाम पर अविनाश राव निवासी कुबेर स्थान थाना क्षेत्र कार्यालय खोलकर विदेश भेजने का काम करता है. उसने विदेश में काम दिलाने का झांसा दिया. उसकी बातो में फंसकर कुशीनगर सहित गोरखपुर, बलिया, देवरिया, बिहार, प. बंगाल तक के करीब 100 लोग 60-70 हजार रुपये गंवा चुके हैं.
कार्यालय पर लगा मिला तालाः जिस कार्यालय के पते की अविनाश ने रसीद काटी थी, वह कार्यालय बंद मिला. फरियादियों ने बताया कि उनसे रुपये लेने वाले आरोपी अपना कार्यालय बंद कर भाग चुके हैं. इस मामले की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची. पुलिस इंस्टिट्यूट में ताला लगा होने के कारण कोई कार्रवाई नहीं कर पायी. अब ये बेरोजगार अपने पासपोर्ट और रुपये के लिए दर दर भटक रहे है.
विदेश भेजने के नाम पर लिए 70 हजार रुपयेः कुशीनगर के रामकोला थाना क्षेत्र के विजय राजभर ने बताया कि प्रचार के माध्यम से पता चला था कि भारत टेक्निकल इंस्टीट्यूट से दुबई में सेंटरिंग का काम दिलाया जा रहा है. जिसके बदले 70 हजार रुपये संस्था में पैसे जमा करा दिए. इसके बाद फर्जी टिकट और फर्जी वीजा दे दिया गया. दिल्ली पहुंचने पर पता चला कि टिकट और वीजा फर्जी है, वहां से वापस आकर पैसे के लिए थानों के चक्कर लगा रहा हैं.
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पत्नी के गहने गिरवी रखकर दिए पैसेः इसी तरह जबही परसौनी निवासी युवक ने अपने परिवार की जीविका चलाने के लिए सोशल मीडिया पर प्रचार देखकर पत्नी के जेवर गिरवी रखकर विदेश जाने के लिए संस्थान में रुपये जमा कर दिए. इसे भी फर्जी वीजा और टिकट दे दिया गया. दिल्ली पहुंचने पर फर्जीवाड़ा की जानकारी हुई. पश्चिम बंगाल के रहने वाले विमल मंडल ने बताया कि वह विदेश में काम करने के लिए पहले से जाना चाहते थे. सोशल मीडिया के माध्यम से उन्होंने भारत टेक्निकल इंस्टीट्यूट का विदेश में काम दिलाने का प्रचार देखा. ब्याज पर रुपये लेकर उन्होंने इस संस्था में पैसे जमा किये और ठगी का शिकार हो गए. वह भी अपने पैसे के लिए थाने के चक्कर लगा रहे हैं.
सोशल मीडिया पर विज्ञापन ठगों के जाल में फंसाः इसी तरह बिहार के रहने वाले राजेश ने बताया कि सोशल मीडिया पर विज्ञापन देख उसने आवेदन किया था. पत्नी के गहने गिरवी रख बच्चों के भरण पोषण के लिए विदेश में काम करने के लिए वह तैयार हो गया था. उसने ठगो को ऑनलाइन पैसे भेजे थे. ठगी का शिकार का होने के बाद अब वह दर दर भटक रहा है. पुलिस अधीक्षक धवल जयसवाल का कहना है कि पिछले एक साल में ठगी को लेकर 53 मुकदमें दर्ज किये है. इस प्रकरण में भी मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. जल्द ही ठगों पर कार्रवाई की जाएगी. ठगों की तलाश के लिए टीमें गठित कर दी गई है.
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