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अंतरराज्यीय ठग गिरोह का पर्दाफाश, दो साइबर लुटेरे गिरफ्तार

यूपी के कौशांबी जिले में फर्जी कंपनी बनाकर लोगों के खाते से पैसे निकालने वाले दो साइबर लुटेरों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. पुलिस ने आरोपियों के पास से लाखों रुपये के चेक, एटीएम कार्ड, कम्प्यूटर सहित अन्य सामान बरामद किया है.

two cyber criminals arrested in Kaushambi
कौशांबी में दो जालसाज गिरफ्तार.
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Published : Dec 26, 2020, 8:08 PM IST

कौशांबीः जिले में फर्जी कंपनी बनाकर लाखों रुपये ठगी करने वाले अंतरराज्यीय गैंग का पुलिस ने खुलासा किया है. पुलिस ने गैंग के दो शातिर साइबर लुटेरों को भी गिरफ्तार किया है. आरोपियों के पास से लाखों के चेक, एटीएम कार्ड, कम्प्यूटर आदि उपकरण बरामद किया है. आरोपी पैसा इन्वेस्ट करवाने के नाम पर अपने खाते में रुपये ट्रांसफर करवा लिया करते थे.

फर्जी कंपनी बनाकर लोगों को ठगते थे आरोपी
जिले के सैनी कोतवाली क्षेत्र के रहने वाले जगदीश कुमार ने पुलिस को शिकायत दी थि कि रद्धि कैपिटल नाम की एक फर्जी कंपनी का कार्यालय सैनी में खोला गया है. इस कार्यालय में काम करने वाले रमाकांत साहू ने उसके साथ धोखाधड़ी कर 60 लाख रुपये हड़प लिया. शिकायत मिलने के बाद पुलिस की साइबर सेल ने आरोपी रमाकांत को हिरासत में लेकर पूछताछ किया तो हैदराबाद के रहने वाले लक्ष्मण कुमार का नाम प्रकाश में आया. इस बात की जानकारी जब लक्ष्मण को लगी तो मुकदमे की जानकारी लेने सैनी पहुंच गया. वहीं आरोपी का लोकेशन सैनी बस अड्डे पर देख साइबर सेल और एसओजी की सयुंक्त टीम ने मौके पर पहुंच कर उसे गिरफ्तर कर लिया.

इन्वेस्टमेंट के नाम पर करते थे फ्रॉड
पुलिस की पूछताछ में लक्ष्मण ने बताया कि इस तरह की कई शाखाएं राज्यों के कई जिलों में संचालित हैं. अब तक इन्वेस्ट के नाम पर 4 से 5 करोड़ ले चुके हैं. लोग जब अपना पैसा मांगते थे तो अपनी बातों में फंसाकर पोस्ट डेदेड चेक दे देते थे, जो कभी कैश नहीं हो पाता था. रद्धि कैपिटल का डायरेक्टर लक्ष्मण रमाकांत का घनिष्ट मित्र था वह प्रयागराज सहित कई जिलों में अकेला काम करता था. रमाकांत ने ही वादी को धोखा देकर उसके खाते में अपना नंबर लगवा लिया था. जिसके बाद सारी ओटीपी रमाकांत के मोबाइल पर आने लगी. जिससे आरोपियों ने बड़े ही आराम से बैंकिंग के माध्यम से 60 लाख का फ्राड किया.

दोनों आरोपियों पर 50-50 हजार का इनाम
आरोपी रमाकांत और उसका साथी लक्ष्मण लोगों से पैसे इन्वेस्टमेंट करवाने के नाम पर ठगी करते थे. वह पैसे इन्वेस्ट न करवा कर उसे अपने खाते में ट्रांसफर करवा लिया करते थे और उसके बाद लोगों को फर्जी चेक भी दे दिया करते थे. दोनों आरोपियों के खिलाफ प्रयागराज रेंज के आईजी ने 50- 50 हजार का इनाम घोषित कर रखा था. यह शिकायत के बाद से दोनों आरोपी फरार चल रहे थे।

कई जिलों में फैला ठगों का नेटवर्क
अपर पुलिस अधीक्षक समर बहादुर सिंह ने बताया कि फर्जी कंपनी में पैसा इन्वेस्ट कराने के नाम पर ठगी करने वाले गैंग पकड़ा गया है. इस गिरोह के दो सदस्यों को गिरफ्तार किया है. यह लोग ठगी करने का काम प्रयागराज जौनपुर कौशांबी समेत अन्य कई राज्यों में भी किया करते थे.

कौशांबीः जिले में फर्जी कंपनी बनाकर लाखों रुपये ठगी करने वाले अंतरराज्यीय गैंग का पुलिस ने खुलासा किया है. पुलिस ने गैंग के दो शातिर साइबर लुटेरों को भी गिरफ्तार किया है. आरोपियों के पास से लाखों के चेक, एटीएम कार्ड, कम्प्यूटर आदि उपकरण बरामद किया है. आरोपी पैसा इन्वेस्ट करवाने के नाम पर अपने खाते में रुपये ट्रांसफर करवा लिया करते थे.

फर्जी कंपनी बनाकर लोगों को ठगते थे आरोपी
जिले के सैनी कोतवाली क्षेत्र के रहने वाले जगदीश कुमार ने पुलिस को शिकायत दी थि कि रद्धि कैपिटल नाम की एक फर्जी कंपनी का कार्यालय सैनी में खोला गया है. इस कार्यालय में काम करने वाले रमाकांत साहू ने उसके साथ धोखाधड़ी कर 60 लाख रुपये हड़प लिया. शिकायत मिलने के बाद पुलिस की साइबर सेल ने आरोपी रमाकांत को हिरासत में लेकर पूछताछ किया तो हैदराबाद के रहने वाले लक्ष्मण कुमार का नाम प्रकाश में आया. इस बात की जानकारी जब लक्ष्मण को लगी तो मुकदमे की जानकारी लेने सैनी पहुंच गया. वहीं आरोपी का लोकेशन सैनी बस अड्डे पर देख साइबर सेल और एसओजी की सयुंक्त टीम ने मौके पर पहुंच कर उसे गिरफ्तर कर लिया.

इन्वेस्टमेंट के नाम पर करते थे फ्रॉड
पुलिस की पूछताछ में लक्ष्मण ने बताया कि इस तरह की कई शाखाएं राज्यों के कई जिलों में संचालित हैं. अब तक इन्वेस्ट के नाम पर 4 से 5 करोड़ ले चुके हैं. लोग जब अपना पैसा मांगते थे तो अपनी बातों में फंसाकर पोस्ट डेदेड चेक दे देते थे, जो कभी कैश नहीं हो पाता था. रद्धि कैपिटल का डायरेक्टर लक्ष्मण रमाकांत का घनिष्ट मित्र था वह प्रयागराज सहित कई जिलों में अकेला काम करता था. रमाकांत ने ही वादी को धोखा देकर उसके खाते में अपना नंबर लगवा लिया था. जिसके बाद सारी ओटीपी रमाकांत के मोबाइल पर आने लगी. जिससे आरोपियों ने बड़े ही आराम से बैंकिंग के माध्यम से 60 लाख का फ्राड किया.

दोनों आरोपियों पर 50-50 हजार का इनाम
आरोपी रमाकांत और उसका साथी लक्ष्मण लोगों से पैसे इन्वेस्टमेंट करवाने के नाम पर ठगी करते थे. वह पैसे इन्वेस्ट न करवा कर उसे अपने खाते में ट्रांसफर करवा लिया करते थे और उसके बाद लोगों को फर्जी चेक भी दे दिया करते थे. दोनों आरोपियों के खिलाफ प्रयागराज रेंज के आईजी ने 50- 50 हजार का इनाम घोषित कर रखा था. यह शिकायत के बाद से दोनों आरोपी फरार चल रहे थे।

कई जिलों में फैला ठगों का नेटवर्क
अपर पुलिस अधीक्षक समर बहादुर सिंह ने बताया कि फर्जी कंपनी में पैसा इन्वेस्ट कराने के नाम पर ठगी करने वाले गैंग पकड़ा गया है. इस गिरोह के दो सदस्यों को गिरफ्तार किया है. यह लोग ठगी करने का काम प्रयागराज जौनपुर कौशांबी समेत अन्य कई राज्यों में भी किया करते थे.

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