कौशांबी: जिले में शिक्षा विभाग में एक सनसनीखेज खुलासा हुआ है. जनपद में आगरा विश्वविद्यालय के फर्जी बीएड की डिग्री पर नौकरी कर रहे तीन शिक्षकों को बर्खास्त कर दिया गया है. दो महिला शिक्षिका सहित कुल तीन शिक्षक B.Ed की फर्जी डिग्री के सहारे नौकरी कर रहे थे. एसआईटी की जांच में खुलासा होने पर तीनों शिक्षकों को बर्खास्त करते हुए एफआईआर दर्ज करा दी गई है.
एसआईटी की जांच में खुलासा
कौशांबी बेसिक शिक्षा विभाग में वर्ष 2010 में 10 शिक्षकों ने डॉ. भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय आगरा से B.Ed की फर्जी डिग्री लगाकर नौकरी हासिल की थी. जनपद के अलावा पूरे प्रदेश में फर्जी शिक्षकों की भरमार हुई तो इसकी जांच एसआईटी को सौंप दी गई. एसआईटी ने गहन तरीके से जांच शुरू की. जनपद में 10 फर्जी शिक्षक मिले. इनमें से 5 शिक्षकों की मार्कशीट फर्जी लगी और पांच ऐसे भी शिक्षक मिले जिन लोगों ने जुगाड़ के माध्यम से अपने नंबर बढ़वा कर पास मार्कशीट लगाई थी.
जांच के बाद वर्ष 2019 में एसआईटी की रिपोर्ट आई तो हड़कंप मच गया. इन सभी 10 शिक्षकों को अगस्त 2019 में बर्खास्त कर दिया गया. तब इन बर्खास्त शिक्षकों ने कोर्ट की शरण ली. कोर्ट ने इन लोगों को स्थगन आदेश दिया. इसके बाद सुप्रीम कोर्ट में इसकी सुनवाई की गई. हालांकि सुप्रीम कोर्ट से इन शिक्षकों को निराशा हाथ लगी और रिपोर्ट आने पर इन लोगों को बर्खास्त कर दिया गया.
तीन शिक्षक बर्खास्त
इनमें सहायक अध्यापिका अर्चना सिंह प्राथमिक विद्यालय ननई का पूरा व सहायक अध्यापक लवलेश द्विवेदी पूरे घोघ विकास खंड सरसवां व सहायक अध्यापिका अर्चना देवी प्राथमिक विद्यालय दीवार विकास खण्ड मंझनपुर में तैनात थीं. अर्चना सिंह व लवलेश द्विवेदी के खिलाफ महेवाघाट थाना और अर्चना देवी के खिलाफ मंझनपुर थाना में बीएसए के निर्देश पर संबंधित एबीएसए ने एफआईआर दर्ज करा दी है.
बीएसए ने दी जानकारी
बीएसए राजकुमार पंडित ने बताया कि प्रदेश स्तरीय जांच में एसआईटी जिले से कुल 10 फर्जी शिक्षकों को तलाशा था. इनमें से पांच फर्जी मार्कशीट वाले शिक्षक हैं और पांच ऐसे शिक्षक हैं, जिन्होंने कम नंबर को बढ़ा कर पास की मार्कशीट हासिल की थी. अभी भी कुल 7 शिक्षकों के खिलाफ जांच चल रही है.
आजमगढ़ में भी बर्खास्त हुए फर्जी डिग्रीधारक शिक्षक
आगरा विश्वविद्यालय के 2005 सत्र की बीएड डिग्री फर्जी थी. इस फर्जी डिग्री के आधार पर आजमगढ़ में भी 11 शिक्षकों ने नौकरी हासिल की थी. जब इस मामले की जांच शुरू कराई गई, तो इन सभी शिक्षकों के सारे डॉक्यूमेंट फर्जी पाए गए. इसके आधार पर प्रदेश भर के विभिन्न जनपदों में फर्जी डॉक्यूमेंट के सहारे डिग्री हासिल करने वाले शिक्षकों की बर्खास्तगी की जा रही है. इसी कड़ी में आजमगढ़ जनपद में भी अब तक 10 शिक्षकों को बर्खास्त किया जा चुका है, जबकि एक शिक्षक पर कार्रवाई होनी बाकी है.