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कौशांबी: प्राइवेट प्रैक्टिस करते पकड़े गए डॉक्टर, मीडिया कर्मियों से की मारपीट - कौशांबी समाचार

उत्तर प्रदेश के कौशांबी में जिला अस्पताल के डॉक्टर प्राइवेट अस्पताल में निजी प्रैक्टिस करते हुए नजर आए. जब मीडिया कार्मियों ने इस मामले को कैमरे में कैद करने की कोशिश की तो उनके साथ मारपीट और अभद्रता की गई. वहीं मामले की जानकारी होने पर जिला अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक ने जांच कर कार्रवाई करने की बात कही है.

जिला अस्पताल के डॉक्टर ने मीडिया कर्मियों से की मारपीट.
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Published : Aug 17, 2019, 12:14 PM IST

कौशांबी: सरकारी अस्पतालों पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सख्ती का असर नहीं दिख रहा है. मुख्यमंत्री के आदेश के बाद भी जिला अस्पताल के डॉक्टर निजी प्रैक्टिस कर रहे हैं. मामला कौशाम्बी जिले का है, जहां जिला अस्पताल के बाल रोग विशेषज्ञ एक निजी हॉस्पिटल में प्राइवेट प्रैक्टिस करते दिखाई दिए. जब मीडिया कर्मियों ने उनकी इस हरकत को कैमरे में कैद करने की कोशिश की तो उन्होंने निजी अस्पताल के कर्मचारियों के साथ मीडिया कर्मियों से मारपीट और अभद्रता की. इस पर मामले की जानकारी होने पर जिला अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक ने जांच के बाद कार्रवाई करने की बात कही है.

जिला अस्पताल के डॉक्टर ने मीडिया कर्मियों से की मारपीट.

क्या है पूरा मामला-

  • कौशाम्बी जिला अस्पताल में तैनात बाल रोग विशेषज्ञ डॉक्टर आर. के निर्मल आए दिन अपने ड्यूटी के दौरान जिला अस्पताल से नदारद रहते हैं.
  • जिलाधिकारी के औचक निरीक्षण में भी डॉक्टर कई बार अनुपस्थित मिले हैं, जिस पर जिलाधिकारी ने कारण बताओ नोटिस भी जारी किया था.
  • जिला अस्पताल में तैनात डॉक्टर आर. के निर्मल जिला अस्पताल से कुछ दूर स्थित फॉर्चुन हॉस्पिटल में प्राइवेट प्रैक्टिस करते हैं.
  • प्राइवेट अस्पताल में सरकारी डॉक्टर के प्राइवेट प्रैक्टिस करने की जानकारी जब मीडिया कर्मियों को हुई तो वह फॉर्चुन हॉस्पिटल पहुंचे.
  • डॉक्टर आर के निर्मल प्राइवेट अस्पताल के कर्मचारियों के साथ मिल कर मीडिया कर्मियों के साथ मारपीट करने लगे और उनका मोबाइल भी तोड़ दिया.
  • मीडिया कर्मियों ने पूरे मामले की जानकारी सीएमओ को दी तो डॉक्टर मौका पाकर वहां से नदारद हो गए.
  • इसके पहले भी डॉक्टर आर.के निर्मल का एक वीडियो सोशल मीडिया में खूब वायरल हुआ था.
  • इसमें वह जिला अस्पताल में फॉर्चुन हॉस्पिटल के मरीजों को देखते नजर आ रहे थे.

इसे भी पढ़ें:- जिला अस्पताल में डॉक्टर और स्टाफ नर्स आपस में भिड़े, चिकित्सा कार्य बाधित

यह बड़ा ही निंदनीय कृत्य है. इस पूरे मामले की जांच कराई जा रही है. जांच कराकर जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी. डॉक्टर से भी स्पष्टीकरण मांगा जाएगा. जिला अस्पताल में तैनात हर डॉक्टर का कर्तव्य है कि वह मरीजों से अच्छा व्यवहार करें.
दीपक सेठ, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक

कौशांबी: सरकारी अस्पतालों पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सख्ती का असर नहीं दिख रहा है. मुख्यमंत्री के आदेश के बाद भी जिला अस्पताल के डॉक्टर निजी प्रैक्टिस कर रहे हैं. मामला कौशाम्बी जिले का है, जहां जिला अस्पताल के बाल रोग विशेषज्ञ एक निजी हॉस्पिटल में प्राइवेट प्रैक्टिस करते दिखाई दिए. जब मीडिया कर्मियों ने उनकी इस हरकत को कैमरे में कैद करने की कोशिश की तो उन्होंने निजी अस्पताल के कर्मचारियों के साथ मीडिया कर्मियों से मारपीट और अभद्रता की. इस पर मामले की जानकारी होने पर जिला अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक ने जांच के बाद कार्रवाई करने की बात कही है.

जिला अस्पताल के डॉक्टर ने मीडिया कर्मियों से की मारपीट.

क्या है पूरा मामला-

  • कौशाम्बी जिला अस्पताल में तैनात बाल रोग विशेषज्ञ डॉक्टर आर. के निर्मल आए दिन अपने ड्यूटी के दौरान जिला अस्पताल से नदारद रहते हैं.
  • जिलाधिकारी के औचक निरीक्षण में भी डॉक्टर कई बार अनुपस्थित मिले हैं, जिस पर जिलाधिकारी ने कारण बताओ नोटिस भी जारी किया था.
  • जिला अस्पताल में तैनात डॉक्टर आर. के निर्मल जिला अस्पताल से कुछ दूर स्थित फॉर्चुन हॉस्पिटल में प्राइवेट प्रैक्टिस करते हैं.
  • प्राइवेट अस्पताल में सरकारी डॉक्टर के प्राइवेट प्रैक्टिस करने की जानकारी जब मीडिया कर्मियों को हुई तो वह फॉर्चुन हॉस्पिटल पहुंचे.
  • डॉक्टर आर के निर्मल प्राइवेट अस्पताल के कर्मचारियों के साथ मिल कर मीडिया कर्मियों के साथ मारपीट करने लगे और उनका मोबाइल भी तोड़ दिया.
  • मीडिया कर्मियों ने पूरे मामले की जानकारी सीएमओ को दी तो डॉक्टर मौका पाकर वहां से नदारद हो गए.
  • इसके पहले भी डॉक्टर आर.के निर्मल का एक वीडियो सोशल मीडिया में खूब वायरल हुआ था.
  • इसमें वह जिला अस्पताल में फॉर्चुन हॉस्पिटल के मरीजों को देखते नजर आ रहे थे.

इसे भी पढ़ें:- जिला अस्पताल में डॉक्टर और स्टाफ नर्स आपस में भिड़े, चिकित्सा कार्य बाधित

यह बड़ा ही निंदनीय कृत्य है. इस पूरे मामले की जांच कराई जा रही है. जांच कराकर जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी. डॉक्टर से भी स्पष्टीकरण मांगा जाएगा. जिला अस्पताल में तैनात हर डॉक्टर का कर्तव्य है कि वह मरीजों से अच्छा व्यवहार करें.
दीपक सेठ, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक

Intro:सरकारी अस्पताल के दांतों पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सख्ती का असर नहीं दिख रहा है। मुख्यमंत्री के आदेश के बाद भी जिला अस्पताल के डॉक्टर प्राइवेट प्रैक्टिस करने में जुटे हुए हैं। मामला कौशाम्बी जिले का है जहाँ जिला अस्पताल के बाल रोग विशेषज्ञ एक निजी हास्पिटल में प्राइवेट प्रैक्टिस करते दिखाई दिए। जब मीडिया कर्मियों ने उनकी इस हरकत को कैमरे में कैद करने की कोशिश की तो उन्होंने निजी अस्पताल के कर्मचारियों के साथ मीडिया कर्मियों से मारपीट और अभद्रता की।इस पर मामले की जानकारी होने पर जिला अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक ने जांच के बाद कार्यवाही का रटा रटाया बयान देते रहे।


Body:कौशाम्बी जिले के जिला अस्पताल में तैनात बाल रोग विशेषज्ञ डॉक्टर आरके निर्मल आये दिन अपने ड्यूटी के दौरान जिला अस्पताल से नदारत रहते है। जिलाधिकारी के औचक निरीक्षण में भी यह डॉक्टर कई बार अब्सेंट मिले है। जिस पर जिलाधिकारी ने कारण बताओ नोटिस भी जारी किया था। जिला अस्पताल में तैनात डॉक्टर आरके निर्मल जिला अस्पताल से कुछ दूर स्थित फॉर्चुन हास्पिटल में प्राइवेट प्रैक्टिस करते है। प्राइवेट अस्पताल में सरकारी डॉक्टर प्राइवेट प्रैक्टिस करने की जानकारी जब मीडिया कर्मियों को हुई तो वह फॉर्चुन हास्पिटल पहुचे।जब मीडिया कर्मियों ने डॉक्टर की इस हरकत को कैमरे में कैद करने की कोशिश की तो डॉक्टर आरके निर्मल प्राइवेट अस्पताल के कर्मचारियों के साथ मिल कर मीडिया कर्मियों के साथ मारपीट की। इतना ही नही मीडिया कर्मियों के मोबाइल भी तोड़ दिया गया। मीडिया कर्मियों ने पूरे मामले की जानकारी सीएमओ को दी तो डॉक्टर मौका पा कर वहाँ से नदारत हो गए।इसके पहले भी डॉक्टर आरके निर्मल का एक वीडियो सोशल मीडिया में खूब वायरल हुआ था जिसमे वह जिला अस्पताल में फॉर्चुन हास्पिटल के मरीजो को देखते नजर आ रहे थे। ऐसे में सवाल यह उठता है कि ऐसे लापरवाह डॉक्टरों पे कब और कैसे लगाम लगेगी।


Conclusion:जिला अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक दीपक सेठ पूरे मामले की जांच के बाद कार्रवाई की बात कर रहे हैं। जिला अस्पताल में प्राइवेट हॉस्पिटल के मरीजों को देखने की बात पर उन्होंने कहा कि यह बड़ा ही निंदनीय कृत्य है। इस पूरे मामले की जांच कराई जा रही है। जांच कराकर जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी। डॉक्टर से भी स्पष्टीकरण मांगा जाएगा। जिला अस्पताल में तैनात हर डॉक्टर का कर्तव्य है कि वह मरीजो से अच्छा व्यवहार करें।

बाइट-- दीपक सेठ मुख्य चिकित्सा अधीक्षक जिला अस्पताल कौशाम्बी
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