कौशांबीः जिला मुख्यालय स्थित पार्टी कार्यालय में आयोजित बैठक में शामिल होने जा रहे सपा कार्यकार्यताओं को पुलिस ने रविवार को हिरासत में लिया. हालांकि शाम को सभी को छोड़ दिया गया. दरअसल, पुलिस को समाजवादी पार्टी कार्यकर्ताओं को बड़ी संख्या में इकट्ठा होने की भनक लग चुकी थी, लिहाजा वे पहले से मुस्तैद थे, जैसे ही सपा कार्यकर्ता पार्टी ऑफिस के लिए निकले पुलिस ने सभी को रोक लिया. जिस पर सपा कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच झड़प हुई. झड़प के बाद पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया और पुलिस लाइन में ले जाकर रखा. सपा कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि वह शांतिपूर्ण ढंग से कार्यालय जा रहे थे जिस पर जबरन पुलिस ने उन्हें पकड़ा है.
मामला कोखराज थाना क्षेत्र के रोही चौराहे के पास की है, जहां सपा कार्यकर्ता मंझनपुर स्थित पार्टी कार्यालय में कार्यकर्ताओं की बैठक में शामिल होने के लिए काफी संख्या में वाहनों के साथ जा रहे थे. इस दौरान रोही चौराहे पर पहले से मुस्तैद पुलिस ने कार्यकर्ताओं को रोकने की कोशिश की, लेकिन स्थिति खराब हो गई. इस दौरान पुलिस और कार्यकर्ताओं के बीच हाथापाई होने लगी.
सपाई किसी भी कीमत पर पुलिस के साथ जाने को तैयार नहीं थे. युवजन सभा के जिलाध्यक्ष चंद्रजीत यादव सहित अन्य कार्यकर्ताओं ने जमकर हंगामा किया. उन्होंने कहा कि पुलिस जबरन गिरफ्तार कर जेल ले जाना चाहती है. सपाइयों ने सरकार विरोधी जमकर नारेबाजी करने लगे. बताया जा रहा है कि सपा कार्यकर्ताओं को रोकने के लिए सुबह से ही सिराथू सीओ रामवीर सिंह कोखराज, कड़ा धाम और सैनी पुलिस के साथ मुस्तैद थे.
इस दौरान पुलिस ने सपा नेताओं को मीडिया से बात करने नहीं दिया. सपा कार्यकर्ताओं के हिरासत में होने की भनक जैसे ही प्रदेश स्तर के सपा नेताओं को लगी, तो प्रदेश स्तर के नेता पुलिस पर उन्हें छोड़ने का दबाव बनाने लगे. जिसके बाद देर शाम तक पुलिस ने सभी कार्यकर्ताओं को छोड़ दिया.