कौशांबी : इसे कुदरत का करिश्मा कहें या जीने का हौसला. रविवार को फतेहपुर जिले की एक बुजुर्ग महिला गंगा नदी में गिर गई. घरवालों ने उनकी तलाश की. जब कोई अता-पता नहीं मिला तो लोग उन्हें मृत मान बैठे. मगर होनी को कुछ और मंजूर था. बुजुर्ग महिला गंगा की धार के साथ 40 किलोमीटर दूर बहकर कौशांबी पहुंच गईं. रविवार शाम को ही कौशांबी में नदी किनारे पड़ी महिला पर लोगों की नजर पड़ी. उन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया. प्राथमिक उपचार के बाद होश आने पर उन्होंने अपना पता -ठिकाना पुलिस को बताया. इसके बाद पुलिस ने उन्हें अपने घर भेज दिया.
कौशांबी पुलिस के मुताबिक, फतेहपुर जिले के हाथगवां थाना क्षेत्र के शमापुर गांव की रहने वाली शांति देवी (75 साल) रविवार सुबह गंगा शौच करने के लिए गई थीं. शौच के दौरान उनका अचानक पैर फिसल गया और वह गंगा नदी में गिर गईं. जब वह काफी देर तक घर नहीं लौटीं तो परिजनों ने उनकी गुमशुदगी की जानकारी पुलिस को दी. परिवार और गोताखोरों ने गंगा में उनकी तलाश की, मगर कुछ पता नहीं चला. परिवार वाले थक हारकर शांति देवी को मृत समझकर घर बैठ गए. रविवार की शाम कौशांबी जिले के कड़ाधाम थाना क्षेत्र के कठुआ गांव में लोगों ने शांति देवी को नदी के किनारे पड़ा देखा. ग्रामीणों ने इसकी सूचना कड़ाधाम पुलिस को दी. उनकी सांसे चल रही थीं. मौके पर पहुंची पुलिस ने उन्हें स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया. होश आने के बाद शांति देवी ने घर के बारे में पुलिस को जानकारी दी. पुलिस ने उनके बारे में परिजनों को सूचित किया. डॉक्टरों ने भी डॉक्टरों ने इलाज के बाद उन्हें घर जाने की इजाजत दे दी.
शांति देवी के दामाद केदार लाल जब कौशांबी पहुंचे तो घटनाक्रम की जानकारी दी. जब लोगों को यह पता चला कि 40 किलोमीटर तक नदी में बहने के बाद भी शांति देवी जिंदा बच गईं, तब वे हैरान रह गए. अब बुजुर्ग महिला सही-सलामत घर पहुंच गई हैं.
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