कौशांबी: नगर पंचायत द्वारा गोवंश के शव को नगर पंचायत से 5 किलोमीटर दूर नदी में फेंकने का मामला सामने आया है. विश्व हिंदू परिषद और गोरक्षा दल के कार्यकर्ताओं ने मौके पर पहुंचकर हंगामा किया. डायल-112 पुलिस ने शव को कब्जे में ले लिया.
गोरक्षा दल के सदस्यों ने नगर पंचायत के इस हरकत की सूचना फोन पर डीएम को दी. संवेदनहीनता की सूचना मिलते ही प्रशासनिक अमले में हड़कंप मच गया. प्रशासन ने गोवंशों के पोस्टमार्टम कराने की बात कही है.
गोरक्षक दल ने दी सूचना
मामला मंझनपुर नगर पंचायत स्थित गोशाला का है. गोशाला में एक गोवंश की मौत हो गई थी. आरोप है कि नगर पंचायत प्रशासन ने घटना को छुपाने के लिए रात होने तक मृत गोवंश को गोशाला में ही रखा. रात में चोरी छुपे नगर पंचायत के ट्रैक्टर में रखकर मंझनपुर से 5 किलोमीटर दूर गांव कोर्रो के पास स्थित नदी में फेंकने गए थे. तभी किसी ने इसकी सूचना गोरक्षक दल को दे दी.
नगर पंचायत के ट्रैक्टर से बरामद हुआ गाय का शव
गोरक्षा दलों के कार्यकर्ता मौके पर पहुंच गए. ट्रैक्टर चालक को गोवंश के शव के साथ पकड़ लिया. इस पूरे मामले की सूचना डायल 112 पुलिस को दी गई. गोरक्षा दल के कार्यकर्ताओं का आरोप है कि गोवंश को पर्याप्त भोजन नहीं दिया जा रहा है और ठंड से बचाने के भी कोई उपाय नहीं किए गए, इस कारण से गोवंशों की मौतें हो रही हैं.
नगर पंचायत पर आरोप
आरोप है कि नगर पंचायत प्रशासन संवेदनहीनता करते हुए गोवंशों के शव को नदी में फेंककर पूरे मामले को दबाने का प्रयास कर रहा था. डायल 112 के सिपाही सुनील उपाध्याय के मुताबिक उन्हें सूचना मिली कि कुछ लोग ट्रैक्टर में गोवंश के शव को नदी में फेंकने जा रहे हैं.