कौशांबी: जिले के दो दिवसीय दौरे पर राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की सदस्य निर्मला पटेल पहुंची. उन्होंने जिला अस्पताल का निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि पब्जी गेम पूरी तरह बैन होना चाहिए. इसके लिए वह सरकार से सिफारिश करेंगी.
उत्तर प्रदेश राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की सदस्य निर्मला पटेल दो दिवसीय दौरे पर जनपद में पहुंची. उन्होंने सबसे पहले जिला अस्पताल के पीकू वार्ड, एनआरसी वार्ड एवं वन स्टॉप सेंटर का निरीक्षण किया. हालांकि, उनके आने की सूचना अस्पताल प्रशासन को पहले ही थी. ऐसे में जिला अस्पताल के विभिन्न वार्डों को साफ-सफाई कर चकाचक कर दिया गया था. लेकिन, इसके बाद भी वन स्टॉप सेंटर में गंदगी देखने को मिली. इस पर उन्होंने कड़ी नाराजगी जाहिर की और संबंधित स्टाफ को हिदायत देकर नियमित साफ-सफाई रखने की सलाह दी.
लखनऊ में एक 16 साल के बच्चे को गेम खेलने से रोकने पर उसने अपनी मां को गोली मार दी. इस सवाल पर निर्मला पटेल ने कहा, कि यह गेम पूरी तरीके से बैन होना चाहिए. हम तो गार्जियन से भी हाथ जोड़कर अनुरोध करेंगे कि वह बच्चों के सामने अपना मोबाइल लेकर दिनभर न बैठे, वह बच्चों पर भी ध्यान दें. कल मोबाइल नहीं था तो यह बच्चे टॉप करते थे. उन्होंने आगे कहा कि घरों में देखा जाए तो मां अलग मोबाइल लेकर बैठी रहती है, पिता अलग मोबाइल लेकर बैठा रहता है. तो बच्चा अकेला पड़ जाता है और उल्टे- सीधे गेम खेलता है. वह बचपन से ही गेम में आदी हो जाता है तो उसे लगता है कि प्रतिदिन गेम खेलो.
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उन्होंने कहा कि हम सरकार से भी सिफारिश करेंगे कि यह गेम बैन होना चाहिए. यहां जितनी भी जनता है उनसे भी सिफारिश और अनुरोध करती हूं कि वह अपने बच्चों को मोबाइल से बिल्कुल दूर रखें. उन्होंने यह भी कहा कि बेसिक शिक्षा विभाग, बाल श्रम विभाग, बाल संरक्षण विभाग एवं डीएम साहब से भी अनुरोध करेंगे कि वह अपने-अपने जिलों में कंट्रोल करेंगे और मीडियाकर्मियों से भी ज्यादा फोकस करने की बात कही.
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