कौशांबीः जिले में अचानक टिड्डी दल के पहुंचने से किसानों में हड़कम्प मच गया. किसानों ने कहीं नगाड़े तो कहीं कूड़े के ढेर इकट्ठा कर धुंए सुलगाकर टिड्डियों के दल को भगाने का प्रयास किया. वहीं पुलिस भी गाड़ी का सायरन बजाकर टिड्डियों को भगाने का प्रयास किया. किसानों की चिंता बढ़ी हुई है कि अगर टिड्डियों का दल रात में रुकता है तो उनकी फसलों का काफी नुकसान हो सकता है. जिले में टिड्डी दल के ने दोबारा हमला किया है, जिसके बाद आला अधिकारी कुछ भी बोलने से कतरा रहे हैं.
जिले में दोबारा टिड्डी दल का हमला
कौशांबी जिले में इस बार टिड्डी दल चित्रकूट जिले की तरफ से आए हैं. जिले की तरफ टिड्डी दल वापस आता देख किसानों की परेशानी बढ़ गई है. शुक्रवार को किसानों ने किसी प्रकार कूड़े के ढेर पर धुआं सुलगा कर टिड्डियों को भगाते रहे, कहीं पर थाली और नगाड़े बजाकर उन्हें भगाने का प्रयास किया गया. वहीं इन सब के बीच करारी पुलिस का भी अजीब प्रयास देखने को मिला. जहां करारी पुलिस ने भी मुस्तैदी दिखाते हुये अपनी सरकारी बोलेरो के हूटर बजा कर टिड्डियों के दल को भागने का प्रयास किया.
रात में है टिड्डी दल से खतरा
दिन होने के कारण किसानों का नुकसान न के बराबर हुआ. जिससे किसानों ने राहत की सांस ली. हालांकि किसानों को अभी भी चिंता हैं कि इन टिड्डियों का हमला अगर दोबारा रात में हुआ तो वह बर्बाद हो जायेंगे. क्योंकि पहले ही लॉकडाउन की वजह से किसानों की हालत खस्ता हो चुकी है और टिड्डियों के हमले ने किसानों की चिंता बढ़ा दी है. किसान शक्ति लाल ने बताया कि धुंआ और थाली बजाकर टिड्डियों के दल को भगाने का प्रयास किया जा रहा है.
बता दें कि इससे पहले प्रदेश में लगातार टिड्डी दल के हमले की बात सामने आ रही थी, हालांकि कई जिलों में इन पर रसायन का छिड़काव किया गया था. जिसके बाद से टिड्डी दल का आतंक कम हो गया था. फिर भी अभी ये बचे हुए हैं, क्योंकि ये टिड्डी दल लगातार पाकिस्तान से आकर भारत में आतंक मचा रहे हैं. अधिकारियों के अनुसार टिड्डी दल लाखों की संख्या में होते हैं और यह 1-2 किलोमीटर क्षेत्र में उड़ते हुए एक साथ चलते हैं. वहीं जिस खेत में यह रात में बैठते वहां सुबह तक कुछ नहीं बचता.