कौशांबी: जिले के आधा दर्जन कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय में कार्यरत वार्डन, टीचर सहित 3 रसोइया बर्खास्त कर दी गई है. इस सभी पर फर्जी दस्तावेज के जरिये नौकरी हथियाने का पुख्ता सबूत बेसिक शिक्षा विभाग को जांच के दौरान मिले हैं. बीएसए ने आरोपी कर्मचारियों की सेवा समाप्त करते हुए मंझनपुर थाने में एफआईआर दर्ज कराई है. पुलिस मामले की विवेचना कर रही है.
कौशाम्बी में बेसिक शिक्षा विभाग के अधीन बेटियों को बेहतर शिक्षा देने के लिए कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय(Kasturba Gandhi Girls Residential School) संचालित किए जाते है. ब्लॉक स्तर पर संचालित इन विद्यालयों में बच्चियों को शिक्षा सुरक्षा खाने और रहने के इंतजाम होते है. जिसके लिए विद्यालय में महिला वॉर्डेन, टीचर एवं रसोइया की नियुक्ति की गई है. योगी-2 की सरकार ने मानव सम्पदा पोर्टल के जरिये शिक्षा विभाग के कर्मचारियों का डाटा फीडिंग का काम शुरू कराया.
जिसमें कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय में कार्यरत शोभा कुमारी जैन, वार्डन कौशांबी, साधना गुप्ता अंशकालिक शिक्षिका मंझनपुर, निधि केसरवानी पूर्णकालिक शिक्षिका नेवादा, सुमन देवी सहायक रसोइया कौशांबी, प्रेम कुमारी सहायक रसोइया सरसवां एवं रेखा रानी मुख्य रसोइया चायल की मार्कशीट एवं अन्य दस्तावेज कूटरचित मिले. फर्जी दस्तावेज के आधार पर नौकरी के मामले का खुलासा होते ही शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया.
बीएसए प्रकाश सिंह ने बताया कि मामले की जांच कर सम्बंधित व्यक्तियों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए सेवाएं समाप्त कर दी गई है. मंझनपुर पुलिस को तहरीर देकर एफआईआर दर्ज कराई जा रही है. कार्रवाई के दायरे में आए व्यक्तियों के नियुक्ति के तारीख से अब तक के वेतन भत्तों के रिकवरी की नोटिस की तैयारी की जा रही है.अपर पुलिस अधीक्षक समर बहादुर सिंह ने बताया कि बीएसए द्वारा 6 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है. इन छह लोगों पर फर्जी तरीके से प्रमाण पत्र लगाकर नौकरी हथियाने का आरोप है. इन सभी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर विवेचना शुरू कर दी गई है. जो भी साक्ष्य पाए जाएंगे उसके आधार पर आगे की विधिक कार्रवाई की जाएगी.
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