कौशांबीः गत माह प्रतापगढ़ में 31 जनवरी को हुई सर्राफा व्यापारी के साथ लूट की घटना का जनपद की पुलिस ने खुलासा कर दिया है. पुलिस ने लूट के खुलासे करते हुए एक अभियुक्त को भी गिरफ्तार कर लिया है. वहीं इस लूट में शामिल तीन अन्य अभियुक्तों को मध्य प्रदेश पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है. पुलिस के मुताबिक व्यापारी के साथ चार करोड़ की लूट हुई थी. जबकि व्यापारी ने इस पूरे मामले को छिपाते हुए 40 लाख की लूट की घटना की बात कही थी. चार करोड़ रुपए की लूट के खुलासे होने के बाद पुलिस ने हवाला कारोबार के शक में इस पूरे मामले की जानकारी ईडी और इनकम टैक्स विभाग को दे दी है.
31 जनवरी को दिया था लूट का अंजाम
बता दें कि प्रतापगढ़ के हथगांव इलाके के जहानाबाद ढाबे के पास 31 जनवरी को बदमाशों ने लूट की घटना को अंजाम दिया था. लूट की घटना को अंजाम देने के बाद बदमाशों ने स्कॉर्पियो को कौशांबी जिले के कोखराज थाना क्षेत्र के धनी सकाढा गांव के पास छोड़कर फरार हो गए थे. पुलिस ने इस पूरी घटना पर मुकदमा पंजीकृत करते हुए जांच शुरू की.
स्कार्पियो चालक पर था शक
पुलिस को स्कार्पियो चालक पर शक था. जिससे पुलिस ने पूछताछ शुरू ही की थी कि तभी अगले दिन पुलिस को सूचना मिली कि मध्य प्रदेश के सिवनी में पुलिस ने तीन अभियुक्तों को एक करोड़ 76 लाख रुपये के साथ गिरफ्तार किया है. जिसके बाद स्कार्पियो चालक हरिनाथ ने इस पूरी घटना की साजिश के पर्दाफाश किया. हरीनाथ ने पुलिस को बताया कि उसने ही अपने तीन अन्य साथियों के साथ मिलकर लूट की घटना को अंजाम दिया था.
मध्यप्रदेश पुलिस से जानकारी लेने पहुंची टीम
मध्य प्रदेश के सिवनी पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार करते हुए एक करोड़ 76 लाख रुपये बरामद किए थे. इसकी जानकारी मिलते ही पुलिस अधीक्षक ने इस पूरे मामले में एक टीम को गठित करते हुए सिवनी भेजा. जहां पुलिस ने इस पूरे मामले की जानकारी हासिल की, जिसके बाद इस पूरे मामले का खुलासा किया गया.
चालीस लाख नहीं चार करोड़ की हुई थी लूट
पुलिस अधीक्षक के मुताबिक मध्यप्रदेश पुलिस ने 1 करोड़ 76 लाख रुपये बरामद किए जाने के बाद आरोपी स्कार्पियो चालक हरीनाथ यादव से कड़ी से पूछताछ किया गया। जिसके बाद आरोपी चालक ने पुलिस को बताया कि इस घटना में कुल चार करोड़ रुपये की लूट की गई थी.
व्यापारी ने पुलिस से छुपाई थी रकम
बनारस के सर्राफा व्यापारी रिंकू सेठ ने पुलिस से लूटी गई रकम के बारे में गलत जानकारी दी थी. रिंकू सेठ ने तहरीर में 40 लाख रुपये लूटे जाने का जिक्र किया था. जबकि पुलिस के मुताबिक इस पूरी घटना में चार करोड़ रुपये लूटे गए थे.
ईडी और इनकम टैक्स को दी जानकारी
पुलिस को जैसे ही इस बात की जानकारी मिली कि इस घटना में 4 करोड़ रुपये लूटे गए थे तो पुलिस को शक हुआ कि कहीं यह हवाला कारोबार का रुपया तो नहीं था. जिसके बाद पुलिस ने पत्र लिखते हुए इस पूरे मामले की जानकारी ईडी और इनकम टैक्स विभाग को दे दी है. मिली जानकारी के मुताबिक मनी लांड्री के मामले में ईडी और इनकम टैक्स विभाग ने भी जांच शुरू कर दी है.