कौशांबी: यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य (keshav prasad maurya) के गृह जनपद कौशांबी के अधिकारियों में उस समय हड़कंप मच गया, जब जिला पंचायत में भ्रष्टाचार करने पर एएमए समेत पांच अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया. जिला पंचायत (Kaushambi jila panchayat) के एएमए को राज्यपाल की संस्तुति के बाद अपर मुख्य सचिव ने निलंबित किया है. आरोपी अधिकारी ने ठेकेदारों के भुगतान को रिश्वत न मिलने पर रोक दिया था. इस मामले में शासन ने कड़ी कार्रवाई की है. इससे जिला पंचायत के कर्मचारियों में हड़कंप मचा हुआ है.
पंजीकृत ठेकेदारों ने इसके पहले भी बिना निर्माण समिति की अनुमति लिए ठेकेदारों को निविदा में भाग लेने से रोके जाने की शिकायत किया था. ठेकेदारों का आरोप था कि एएमए ने इसके पीछे पूर्व में दिए गए कार्यों को समय से न पूरा करना कारण बताया था, जबकि भूमि विवाद के कारण निर्माण कार्य में देरी हुई थी. आरोप लगाया गया था कि अधिकांश ठेकेदारों पर रोक लगाने के बाद एएमए ने अल्पकालीन निविदा निकाल दी, जिसमें उनके चहेते ठेकेदार ही हिस्सा ले सकें. इस प्रकार के इनके ऊपर कई आरोप लग चुके हैं.
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