कौशांबी: उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के गृह जनपद कौशांबी में धान की तौल न होने से किसानों में भारी नाराजगी देखने को मिल रही है. किसानों का आरोप है कि कभी ऑनलाइन तो कभी ऑफलाइन के चक्कर में उन्हें परेशान किया जा रहा है. वहीं, धान की तौल नहीं होने से पिछले 3 दिनों से हो रही जिले में बारिश के चलते किसानों के धान भी भीग कर सड़ रहे हैं. वहीं, अधिकारी हैं कि धान की तौल कराने के लिए तैयार ही नहीं है.
किसानों का आरोप है कि वह 15 से 20 दिन से धान क्रय केंद्र पर धान लेकर पड़े हुए हैं, लेकिन तौल नहीं हो पा रही है. किसानों ने बिचौलिए के धान तौल किए जाने का आरोप लगाया है. कौशांबी जिले में एफसीआई, हॉट शाखा व अन्य विभागों द्वारा ओसा मंडी समेत कई जगह धान के केंद्र खोले गए हैं, लेकिन इन धान के केंद्रों में पिछले 1 महीने से धान की तौल नहीं हो रही है. धान क्रय केंद्र पर कभी ऑफलाइन टोकन तो कभी ऑनलाइन टोकन लिए जाने की बात कहकर किसानों को परेशान किया जा रहा है.
इन समस्याओं को लेकर जब ईटीवी भारत की टीम किसानों से अपने दर्द को बयां किया तो उन्होंने बताया कि वे पिछले 20 दिनों से अपना धान लेकर तौल कराने के लिए धान क्रय केंद्र पर मौजूद है, लेकिन किसानों का धान क्रय केंद्र में तौल नहीं किया जा रहा है. पिछले 3 दिनों से हो रही बारिश के चलते किसानों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
किसानों का आरोप है कि क्रय केंद्र के कर्मचारी बिचौलियों का धान तो खरीद लेते हैं, लेकिन किसानों के धान की तौल नहीं की जाती है. किसानों ने कहा कि सरकार किसी की भी हो, लेकिन शोषण केवल किसानों का ही किया जाता है. इस बार वह विधानसभा चुनाव में उसी की सरकार बनाएंगे जो किसानों की बात सुनेगा.
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