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कौशांबीः PHC में जलाई गई एक्सपायरी डेट की दवाएं और जरूरी कागजात

उत्तर प्रदेश के कौशांबी में एक ओर सरकारी अस्पतालों में मरीजों को दवाएं नहीं नसीब हो पा रही हैं तो वहीं दूसरी ओर सरकारी अस्पताल में रखे-रखे दवाएं एक्सपायर्ड हो जा रही हैं. ऐसा ही एक मामला प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में सामने आया है, जहां पर एक्सपायरी डेट की दवाओं को कागजों के साथ जला दिया गया.

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Published : Jul 17, 2019, 5:39 PM IST

Updated : Jul 17, 2019, 5:52 PM IST

प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सरसवां का मामला.

कौशांबीः मामला प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सरसंवा का है, जहां कागजों के साथ एक्सपायरी डेट की दवाओं को जला दिया गया. जबकि अस्पताल, पैथोलॉजी और डॉक्टर के क्लीनिक से निकलने वाले बायो मेडिकल वेस्ट सहित एक्सपायरी डेट की दवाओं का खुले में जलाने का प्रावधान नहीं है. इस पूरे मामले पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने जांच के आदेश दिए हैं.

प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सरसवां का मामला.

जानें क्या है मामला-

  • कौशांबी में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर रद्दी कागजों के साथ दवाओं को जला दिया गया.
  • जानकारों के अनुसार दवा को जलाना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होता है.
  • यह पर्यावरण के लिए खतरनाक है.
  • दवाएं खुले में फेंकना से पशु खा सकते हैं, जो कि यह पशुओं के लिए खतरनाक होता है.
  • इस पूरे मामले में मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने जांच के आदेश दे दिए हैं.

अस्पताल में साफ-सफाई का काम होता रहता है. कागज और एक्सपायरी डेट की दवाइयों को बाहर निकालकर रखवाया गया था. अस्पताल के कर्मचारी द्वारा अनजान बस उसे जला दिया गया है.
संजय गुप्ता, प्रभारी चिकित्सा अधिकारी, सरसंवा

एक्सपायरी डेट की दवाइयां और कागजात जलाए जाने का प्रकरण गंभीर है. अगर ऐसा हुआ है तो इसकी जांच कराई जाएगी. जांच में जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी.
पीएन चतुर्वेदी, मुख्य चिकित्सा अधिकारी

कौशांबीः मामला प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सरसंवा का है, जहां कागजों के साथ एक्सपायरी डेट की दवाओं को जला दिया गया. जबकि अस्पताल, पैथोलॉजी और डॉक्टर के क्लीनिक से निकलने वाले बायो मेडिकल वेस्ट सहित एक्सपायरी डेट की दवाओं का खुले में जलाने का प्रावधान नहीं है. इस पूरे मामले पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने जांच के आदेश दिए हैं.

प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सरसवां का मामला.

जानें क्या है मामला-

  • कौशांबी में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर रद्दी कागजों के साथ दवाओं को जला दिया गया.
  • जानकारों के अनुसार दवा को जलाना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होता है.
  • यह पर्यावरण के लिए खतरनाक है.
  • दवाएं खुले में फेंकना से पशु खा सकते हैं, जो कि यह पशुओं के लिए खतरनाक होता है.
  • इस पूरे मामले में मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने जांच के आदेश दे दिए हैं.

अस्पताल में साफ-सफाई का काम होता रहता है. कागज और एक्सपायरी डेट की दवाइयों को बाहर निकालकर रखवाया गया था. अस्पताल के कर्मचारी द्वारा अनजान बस उसे जला दिया गया है.
संजय गुप्ता, प्रभारी चिकित्सा अधिकारी, सरसंवा

एक्सपायरी डेट की दवाइयां और कागजात जलाए जाने का प्रकरण गंभीर है. अगर ऐसा हुआ है तो इसकी जांच कराई जाएगी. जांच में जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी.
पीएन चतुर्वेदी, मुख्य चिकित्सा अधिकारी

Intro:यूपी के डिप्टी सीएम के गृह जनपद कौशाम्बी में एक ओर सरकारी अस्पतालों में मरीजों को दवा नही नसीब हो पा रही है।वही दूसरी ओर सरकारी अस्पताल में रखे-रखे दवाए एक्सपायरी हो जा रही है। इस ही एक मामला प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का सामने आया है। जहाँ पर एक्सपायरी डेट की दवाओं को कागजो के साथ जला कर नष्ट कर दिया गया। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के कैम्पस के अंदर ही यह दवा जलाई गई है। इतना ही नही सरकार के द्वारा लाखो रुपये खर्च कर लोगो को जागरूक करने के लिए पम्पलेट भेज जाता है।पर यहाँ पम्पलेट को बांटने की जगह जल दिया जाता है। इस पूरे मामले में मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने जांच के आदेश दे दिया है।


Body:मामला प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सरसँवा का है ।जहा कागजो के साथ एक्सपायरी डेट की दवाओं को जला दिया गया। जबकि अस्पताल , पैथोलॉजी, डॉक्टर के क्लीनिक से निकलने वाले बायो मेडिकल वेस्ट सहित एक्सपायरी डेट की दवाओं का खुले में जलाने का प्रावधान नहीं है। इसके लिए सख्त नियम भी बनाए गए लेकिन नियम कागज तक ही सीमित है। हालात यह है कि कौशांबी में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर एक्सपायरी डेट की दवाओं को जरूरी कागजात के साथ जला दिया जाता है। जानकारों के अनुसार दवा को फेंकने य उसे जलाना स्वास्थ्य के लिए बेहद हानिकारक है। दवा तब तक दवा है जब तक उसकी एक्सपायरी डेट नहीं निकली। इसके बाद वह जहर के समान हो जाती है। यह पर्यावरण के लिए खतरनाक है। दवाएं खुले में फेंकना से इससे पशुओं द्वारा खाने से खतरा रहता है। रासायनिक दवा हवा में घुल का जहरीला भी बन सकती है और यदि दवाओं को जलाने से निकलने वाले धुएं से सांस, फेफड़ो, त्वचा संबंधी बीमारियां भी हो सकती हैं। कौशांबी में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर रद्दी कागजों के साथ दवाओं को जला दिया जाता है। इतना ही नहीं यहां पास सरकार द्वारा लाखों रुपए खर्च कर भेजेगा पंपलेट लोगों को जागरूक करने के लिए दिए जाते हैं। पर इस प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में पंपलेट को दवाओं को जलाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है।


Conclusion:इस पूरे मामले में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सरसँवा के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी संजय गुप्ता के मुताबिक ऑफिस को साफ सफाई का काम कराया जाता था। कागज तथा एस्पायरी डेट की दवाइयों को बाहर निकाल कर रखवाया गया था। अस्पताल के कर्मचारी द्वारा अनजान बस उसे जला दिया गया है। एस्पायरी डेट की दवाइयों के जलाए जाने के बारे में पूछने पर उन्होंने बताया की दवाइयां नहीं केवल खाली पत्ते चलाए जा रहे हैं।

बाइट-- संजय गुप्ता प्रभारी चिकित्सा अधिकारी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सरसँवा कौशाम्बी

कौशाम्बी के मुख्य चिकित्सा अधिकारी पीएन चतुर्वेदी के मुताबिक एक्सपायरी डेट की दवाइयां व कागजात जलाए जाने का प्रकरण गंभीर है । अगर ऐसा हुआ है तो इसकी जांच कराई जाएगी । जांच में जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।

बाइट-- पीएन चतुर्वेदी मुख्य चिकित्सा अधिकारी कौशाम्बी
Last Updated : Jul 17, 2019, 5:52 PM IST
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