कौशाम्बीः जिले में गुरुवार को अवैध अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की गई. लेकिन, जिला प्रशासन की ये कार्रवाई सवालों के घेरे में है. आरोप है कि जिला प्रशासन ने दुकानदारों को अपना सामान हटाने और दुकान खाली करने का समय नहीं दिया. आरोप ये भी है कि भूमि संरक्षण अधिकारी ने उनसे उधार समान लिया था. जब उन्होंने अपने पैसे मांगे, तो अधिकारी ने दुकान को अवैध अतिक्रमण बताकर एक दिन पहले नोटिस जारी की और दूसरे दिन बुलडोजर चलावा दिया.
दरअसल, सैनी कोतवाली थाने के सामने भूमि संरक्षण अधिकारी का कार्यालय है. कार्यालय के सामने कुछ लोग कई सालों से दुकान लगाकर अपनी रोजी-रोटी कमाते थे. बृहस्पतिवार की दोपहर में सिराथू एसडीएम सौम्य मिश्रा, सीओ अवधेश विश्वकर्मा पुलिस फोर्स और अन्य कर्मचारियों के साथ सैनी चौराहे पर पहुंचे. इसके बाद उनकी दुकान पर बुलडोजर चलवा दिया.
पान की दुकान रखने वाले दुकानदार रमेश केसरवानी ने कहा, 'भूमि संरक्षण अधिकारी विपिन कुमार पटेल उनकी दुकान पर आते थे, पान खाते थे. पैसा मांगने पर दुकान पर बुलडोजर चलवाने की धमकी देते थे. बीते एक साल से उन पर कम से कम 6 से 7 हजार रुपये उनके ऊपर बकाया है. लेकिन, अधिकारी ने आज तक एक रुपया तक नहीं दिया. जिस कागज पर उनके उधार का हिसाब लिखा था. उन्होंने वो भी फाड़ कर फेंक दिया और अब आखिर में मेरी दुकान पर बुल्डोजर चलवा ही दिया. सामान भी नहीं हटाने दिया गया. कम से कम 35 से 40 हजार रुपये का नुकसान हुआ है.
वहीं, पचासा गांव के रहने वाले मोटर मकैनिक धर्मराज ने कहा, 'अधिकारी की गाड़ी बनाने के लिए इलाहाबाद से नया सामान लेकर आया था. पर्चा वगैरा सब लिखा था. उसने ठेके पर गाड़ी बनाने को दी थी. 15 हजार रुपये में बात तय हुई थी. काम होने के बाद साढ़े ग्यारह हजार रुपये ही मिला. बकाया रुपये नहीं दिये. अधिकारी दो बार पहले भी मेरी दुकान तोड़ चुका है. एक बार फिर मेरी दुकान तोड़ दी और 2500 रुपये महीने के भी मांगता था.'
सिराथू एसडीएम सौम्य मिश्रा ने बताया कि सनी चौराहे से सिराथू रोड पर दोनों साइड थाना और कृषि विभाग की जमीन हैं. यहां पर कुछ लोगों ने स्थाई और अस्थाई रूप से कब्जा कर रखा था. यहां से अवैध अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई नोटिस देने के बाद की गई है.
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