कौशांबीः जिले में जमीनी विवाद में हुए ट्रिपल मर्डर मामले में शनिवार को तीनों शव सुबह आठ बजे पुलिस की मौजूदगी में अंतिम संस्कार के लिए उजहिनी घाट पर लाए गए. हालांकि परिजन शवों को पहले घर ले जाने की जिद पर अड़े रहे. पुलिस शवों को घर न लेकर सीधे उजहिनी घाट पहुंची. यहां पर पुलिस परिवार के सदस्यों को लेकर घाट पर पहुंची. यहां शवों का अंतिम संस्कार हिंदू रीति रिवाज के अनुसार किया गया. वहीं, डीएम के आदेश पर एडीएम की अध्यक्षता में मजिस्ट्रेट जांच शुरू कर दी गई है.
बता दें कि शुक्रवार सुबह ज़मीनी विवाद को लेकर 22 वर्षीय बृजकली उनके 62 वर्षीय पिता होरीलाल और दामाद शिवकरन की कुल्हाड़ी और गोली मार कर निर्मम हत्या कर दी गई थी. इसके बाद आक्रोशित परिजन और ग्रामीणों ने कई घरों को आग के हवाले कर दिया था. इतना यही नहीं परिजन शवों को पोस्टमार्टम के लिए नही ले जाने दे रहे थे.
उनका कहना था कि जिन लोगों ने इस हत्याकांड को अंजाम दिया है उनकी पहली गिरफ्तारी हो और उनके घरों को बुलडोजर से गिराया जाए. पुलिस को आशंका थी कि पोस्टमार्टम से शव आने के बाद परिजन फिर से हंगामा और बवाल कर सकते हैं. इसी आशंका के चलते पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम हाउस से सीधा घाट लेकर पहुंची और परिजनों को किसी तरह से घाट पर ही ले जाकर अंतिम संस्कार कराया.
डीएम सुजीत कुमार के मुताबिक जमीनी विवाद में हुए ट्रिपल मर्डर कांड में एडीएम न्यायिक की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय टीम मामले की विस्तृत जांच करेगी. समिति के रिपोर्ट में जो भी जो लोग दोषी पाए जाएंगे उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. इसके साथ ही पीड़ित परिवार को विभिन्न योजनाओं में लाभान्वित व आर्थिक मदद दिए जाने का प्रस्ताव शासन को भेजा गया है.
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