ETV Bharat / state

भाकियू कार्यकर्ताओं ने विरोध जताते हुए मनाया विश्वासघात दिवस, सरकार पर लगाया वादाखिलाफी का आरोप

केंद्र सरकार द्वारा किसानों को दिए गए लिखित आश्वासन के बाद मांगें पूरी न होने का आरोप लगाते हुए संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा विरोध दर्ज कराते हुए धरना प्रदर्शन किया गया.इस विरोध प्रदर्शन को सांकेतिक बताते हुए किसान नेताओं ने कहा कि वे विश्वासघात दिवस के तौर पर इस दिन को मना रहे हैं.

विश्वासघात दिवस
विश्वासघात दिवस
author img

By

Published : Jan 31, 2022, 10:45 PM IST

कौशांबी/मेरठ: केंद्र सरकार द्वारा किसानों को दिए गए लिखित आश्वासन के बाद मांगें पूरी न होने का आरोप लगाते हुए संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा अलग-अलग जिलों में सोमवार को विरोध प्रदर्शन किया गया. इसी क्रम में उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के गृह जनपद कौशांबी में नाराज भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं ने थाने का घेराव किया. इस दौरान भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ता थाने में ही धरने पर बैठ गए. कौशांबी के साथ ही भारतीय किसान यूनियन ने मेरठ में भी विरोध प्रदर्शन किया.इस विरोध प्रदर्शन को सांकेतिक बताते हुए किसान नेताओं ने कहा कि वे विश्वासघात दिवस के तौर पर इस दिन को मना रहे हैं.

मेरठ में किसानों ने किया प्रदर्शन

केंद्र सरकार द्वारा किसानों को दिए गए लिखित आश्वासन के बाद मांगें पूरी न होने का आरोप लगाते हुए संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा विरोध दर्ज कराते हुए धरना प्रदर्शन किया गया. मेरठ में भी जिला मुख्यालय पर संयुक्त किसान मोर्चा के आहवान पर भारतीय किसान यूनियन ने धरना प्रदर्शन किया. इस विरोध प्रदर्शन को सांकेतिक बताते हुए किसान नेताओं ने कहा कि वे विश्वासघात दिवस के तौर पर इस दिन को मना रहे हैं. साथ ही किसान नेताओं ने कहा कि देश के किसानों ने केंद्र सरकार के किसान विरोधी कानून को रद्द करने, न्यूनतम समर्थन मूल्य की कानूनी गारंटी हासिल करने और अन्य किसान विरोधी नीतियों के खिलाफ एक अभूतपूर्व आंदोलन चलाया. इस आंदोलन के चलते हस्ताक्षर से तीन किसान विरोधी कानूनों को रद्द किया गया,लेकिन उस वक्त सरकार ने जो आश्वासन दिया था, उसको लेकर सरकार काम नहीं कर रही है. जिस वजह से संयुक्त किसान मोर्चा नाराज है. किसान नेताओं ने इस दौरान सरकार पर वादाखिलाफी के आरोप भी लगाए. किसान नेताओं का कहना है कि अगर सरकार ने गम्भीरता नहीं दिखाई तो पुनः वे आंदोलन को तैयार भी हैं.

विश्वासघात दिवस
विश्वासघात दिवस

कौशांबी में किसानों ने थाने का किया घेराव


गौरतलब है कि कुछ महीने पहले सरकार द्वारा तीन कृषि कानूनों को वापस लेने के साथ ही किसानों की अन्य मांगों को जल्द पूरा किए जाने का आश्वासन दिया था. किसानों की मांग को पूरा न होते देख भारतीय किसान यूनियन द्वारा सोमवार को विश्वासघात दिवस के रूप में पूरे देश में धरना प्रदर्शन किए जाने का आवाहन किया गया था. इस दौरान जैसे ही भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ता मंझनपुर स्थित जिला पंचायत परिषद में धरना प्रदर्शन करने पहुंचे, तभी वहां मौजूद पुलिसकर्मियों ने भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं के धरना प्रदर्शन की वीडियोग्राफी और फोटो खींचना शुरू कर दिया. जिससे नाराज भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं और पुलिस में झड़प हो गई. नाराज भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ता मंझनपुर थाने पहुंच गए और वहीं पर थाने का घेराव करते हुए धरने पर बैठ गए.

विश्वासघात दिवस
विश्वासघात दिवस


इसे भी पढ़ें- 31 जनवरी को देशभर में किसान मनाएंगे 'विरोध दिवस' : राकेश टिकैत


भारतीय किसान यूनियन के जिलाध्यक्ष नुरुल इस्लाम मीडिया से बात करते हुए बताया कि उनका धरना प्रदर्शन शांतिपूर्वक चल रहा था. इस दौरान कुछ पुलिसकर्मी आदर्श आचार संहिता का हवाला देते हुए उनके धरना प्रदर्शन की वीडियोग्राफी और फोटो खींचेने लगे. जिससे नाराज किसान यूनियन के कार्यकर्ता थाने में पहुंचकर उन्हें गिरफ्तार करने की बात कह रहे हैं. यही कारण है कि हम लोग थाने पर ही धरना पर बैठे हुए हैं.

कौशांबी/मेरठ: केंद्र सरकार द्वारा किसानों को दिए गए लिखित आश्वासन के बाद मांगें पूरी न होने का आरोप लगाते हुए संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा अलग-अलग जिलों में सोमवार को विरोध प्रदर्शन किया गया. इसी क्रम में उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के गृह जनपद कौशांबी में नाराज भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं ने थाने का घेराव किया. इस दौरान भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ता थाने में ही धरने पर बैठ गए. कौशांबी के साथ ही भारतीय किसान यूनियन ने मेरठ में भी विरोध प्रदर्शन किया.इस विरोध प्रदर्शन को सांकेतिक बताते हुए किसान नेताओं ने कहा कि वे विश्वासघात दिवस के तौर पर इस दिन को मना रहे हैं.

मेरठ में किसानों ने किया प्रदर्शन

केंद्र सरकार द्वारा किसानों को दिए गए लिखित आश्वासन के बाद मांगें पूरी न होने का आरोप लगाते हुए संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा विरोध दर्ज कराते हुए धरना प्रदर्शन किया गया. मेरठ में भी जिला मुख्यालय पर संयुक्त किसान मोर्चा के आहवान पर भारतीय किसान यूनियन ने धरना प्रदर्शन किया. इस विरोध प्रदर्शन को सांकेतिक बताते हुए किसान नेताओं ने कहा कि वे विश्वासघात दिवस के तौर पर इस दिन को मना रहे हैं. साथ ही किसान नेताओं ने कहा कि देश के किसानों ने केंद्र सरकार के किसान विरोधी कानून को रद्द करने, न्यूनतम समर्थन मूल्य की कानूनी गारंटी हासिल करने और अन्य किसान विरोधी नीतियों के खिलाफ एक अभूतपूर्व आंदोलन चलाया. इस आंदोलन के चलते हस्ताक्षर से तीन किसान विरोधी कानूनों को रद्द किया गया,लेकिन उस वक्त सरकार ने जो आश्वासन दिया था, उसको लेकर सरकार काम नहीं कर रही है. जिस वजह से संयुक्त किसान मोर्चा नाराज है. किसान नेताओं ने इस दौरान सरकार पर वादाखिलाफी के आरोप भी लगाए. किसान नेताओं का कहना है कि अगर सरकार ने गम्भीरता नहीं दिखाई तो पुनः वे आंदोलन को तैयार भी हैं.

विश्वासघात दिवस
विश्वासघात दिवस

कौशांबी में किसानों ने थाने का किया घेराव


गौरतलब है कि कुछ महीने पहले सरकार द्वारा तीन कृषि कानूनों को वापस लेने के साथ ही किसानों की अन्य मांगों को जल्द पूरा किए जाने का आश्वासन दिया था. किसानों की मांग को पूरा न होते देख भारतीय किसान यूनियन द्वारा सोमवार को विश्वासघात दिवस के रूप में पूरे देश में धरना प्रदर्शन किए जाने का आवाहन किया गया था. इस दौरान जैसे ही भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ता मंझनपुर स्थित जिला पंचायत परिषद में धरना प्रदर्शन करने पहुंचे, तभी वहां मौजूद पुलिसकर्मियों ने भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं के धरना प्रदर्शन की वीडियोग्राफी और फोटो खींचना शुरू कर दिया. जिससे नाराज भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं और पुलिस में झड़प हो गई. नाराज भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ता मंझनपुर थाने पहुंच गए और वहीं पर थाने का घेराव करते हुए धरने पर बैठ गए.

विश्वासघात दिवस
विश्वासघात दिवस


इसे भी पढ़ें- 31 जनवरी को देशभर में किसान मनाएंगे 'विरोध दिवस' : राकेश टिकैत


भारतीय किसान यूनियन के जिलाध्यक्ष नुरुल इस्लाम मीडिया से बात करते हुए बताया कि उनका धरना प्रदर्शन शांतिपूर्वक चल रहा था. इस दौरान कुछ पुलिसकर्मी आदर्श आचार संहिता का हवाला देते हुए उनके धरना प्रदर्शन की वीडियोग्राफी और फोटो खींचेने लगे. जिससे नाराज किसान यूनियन के कार्यकर्ता थाने में पहुंचकर उन्हें गिरफ्तार करने की बात कह रहे हैं. यही कारण है कि हम लोग थाने पर ही धरना पर बैठे हुए हैं.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.