कौशाम्बी: जिले के सराय अकिल थाना क्षेत्र में हुए गैंगरेप मामले में अब सियासत तेज होने लगी है. शुक्रवार को पीड़िता से मिलने आए बीजेपी अनुसूचित मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष व जिले के सांसद विनोद सोनकर जिला अस्पताल पहुंचे. विनोद सोनकर ने पीड़िता और उसके परिजनों से मिलकर हालचाल पूछा और हर संभव मदद का आश्वासन दिया. बीजेपी अनुसूचित मोर्चे के राष्ट्रीय अध्यक्ष के मुताबिक उन्होंने पुलिस अधीक्षक से बात कर तत्कालीन थानाध्यक्ष को निलंबित करने की मांग की है.
दरअसल, 21 सितम्बर को सराय अकिल थाना क्षेत्र में एक दलित किशोरी के साथ गैंगरेप की वारदात हुई थी. वारदात के बाद आरोपियों ने दलित किशोरी के साथ हुए गैंगरेप का वीडियो भी बनाया था. इसके बाद ग्रामीणों ने एक आरोपी की पकड़कर जमकर पिटाई की थी. दूसरे आरोपी को पुलिस ने मुठभेड़ के बाद और तीसरे को भी गिरफ्तार कर लिया है. गैंगरेप के तीनों आरोपी की पुलिस ने गिरफ्तारी करने के बाद आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट न्यायालय में दाखिल की है.
सांसद ने तत्कालीन थानाध्यक्ष मनीष पांडे के निलंबन की मांग की
इस पूरे मामले में अब सियासत होना शुरू हो गई है. एक और विपक्षी पार्टियां विधानसभा में सरकार को घेरने की बात कह रही हैं. वहीं बीजेपी के विधायक और सांसद वाहवाही लूटने में लगे हुए हैं. एक ओर जहां तीन दिन पहले विधायक ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर थानाध्यक्ष के निलंबन की बात कही थी. वहीं पीड़िता से मिलने बीजेपी अनुसूचित मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष व जिले के सांसद विनोद सोनकर जिला अस्पताल पहुंचे. उनका दावा है कि उन्होंने पुलिस अधीक्षक से तत्कालीन थानाध्यक्ष मनीष पांडे के निलंबन की मांग की है. उन्होंने यह भी दावा किया कि मनीष पांडे को निलंबित कर दिया गया है.
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बीजेपी अनुसूचित मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष विनोद सोनकर का बयान
बीजेपी अनुसूचित मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष विनोद सोनकर के मुताबिक यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना थी. पीड़िता से मिलकर भरोसा दिलाया है कि यह लड़ाई उसकी लड़ाई नहीं है, बल्कि यह लड़ाई अब उनकी अपनी लड़ाई है. उन्होंने कहा कि पीड़िता को न्याय दिलाया जाएगा. साथ ही साथ एसपी द्वारा थानाध्यक्ष को लाइन हाजिर किए जाने पर आपत्ति जाहिर करते हुए उसे तत्काल निलंबित किए जाने की बात कही है. उन्होंने बताया कि एसपी प्रदीप गुप्ता द्वारा तत्कालीन थानाध्यक्ष को निलंबित कर दिया गया है. इसी के साथ उन्होंने बताया कि अनुसूचित मोर्चा की तरफ से सांत्वना के रूप में पीड़िता को एक लाख रुपये का चेक प्रदान किया गया है.