कौशाम्बी: मंझनपुर के पीडब्लूडी गेस्ट हाउस में राज्य महिला आयोग की सदस्य ऊषा रानी ने जन सुनवाई की . जन सुनवाई में कुल पांच मामले पेश हुए. एक महिला ने शौच जाते समय मारपीट की शिकायत की. जिसको लेकर ऊषा रानी ने बीडीओ को फोन किया तो बीडीओ ने आयोग पर ही टिप्पणी कर डाली.
सुनवाई कर रही राज्य महिला आयोग की सदस्य उषा रानी के मुताबिक बुधवार को कुल पांच शिकायतें उनके समक्ष आई है. जिसमें दो न्यायालय में विचाराधीन मामले थे. जिसके अधिवक्ताओं से बात कर निस्तारण के बारे में जानकारी ली गई है.
ऊषा रानी ने बताया कि एक महिला ने अपने घर में शौचालय न होने की शिकायत की. उसने कहा कि शौचालय न होने पर बीडीओ साहबसे बात की है तोउन्होंने शौचालय देने की बात कही है. उन्होंने बताया कि महिलाओं से सम्बंधित जितनी भी समस्याएंहोती हैं उनका निराकरण करने का पूरा प्रयास किया जाता है.
उन्होंने आगे कहा किमहिला के घर शौचालय पर सवालपूछा तो पीड़िता ने बताया कि उसने अभी शौचालय नहीं बनवाया है. जिसके लिए मैंने सीधा बीडीओ साहब से बात की.
इस दौरान बीडीओ ने फोन पर कहा किक्या अब शौचालय कीशिकायत भी महिला आयोग से होगी.
ऊषा रानी ने बताया कि बीडीओ साहब का कहना है कि प्रधान अपने स्तर पर सभी को शौचालय दे रहे हैं तो यह बात उनको सीधे जाकर भी बोलनी चाहिए थी. यह मारपीट का मामला था तो मैंने थोड़ा कठोरता से होकर पूछा इस वजह से बात यहां तक पहुंच गई.
बीडियो की आयोग पर की गईटिप्पणी के बारे में जब ऊषा रानी से पूछा गया तोउन्होंने बताया कि बीडियो ने कोई टिप्पणी नहीं की है. उनका सिर्फ इतना कहना है कि पीड़िता सीधे मेरे पास आ जाती. महिला आयोग के पास जाने की क्या जरुरत थी.