कौशाम्बी : यूं तो आपने तरह-तरह की शादियां देखी होंगी, लेकिन कौशांबी के बसेड़ी गांव में एक 65 साल के वृद्ध की शादी इन दिनों खासी चर्चा का विषय बनी हुई है. वैसे तो यह शादी हिंदू रीति रिवाज के हिसाब से आम शादियों की तरह ही थी, लेकिन शादी में वृद्ध के साथ सात फेरे लेने वाली दुल्हन कोई इंसान नहीं बल्कि लकड़ी का एक टुकड़ा है, जिसे दुल्हन की शक्ल में तैयार कर विवाह की सारी रस्में पूरी कराई गई.
अजब-गजब शादी की पूरी कहानी
- स्थानीय लोग ने एक 65 साल के वृद्ध झल्लर को दूल्हा बनाकर उनकी बारात पूरे धूमधाम से निकाली.
- बारात अपने तय समय पर दुल्हन के दरवाजे पर पहुंची और हिंदू परंपरा के अनुसार दूल्हे का स्वागत किया गया.
- इसके बाद शादी की सारी रस्में निभाई गई, जैसे आम विवाह समारोह में होता है.
- लेकिन इस शादी में दुल्हन की जगह कपास की लकड़ी को रख उसे दुल्हन के रूप में तैयार किया गया था.
- इतना ही नहीं घर को भी बकायदा सजाया गया था.
- इससे शादी के होने के बाद गांव में ही नहीं पूरे कौशांबी में चर्चा का विषय बनी हुई है.
झल्लर की बहू आशा देवी के मुताबिक उनके चचिया ससुर की शादी की जा रही है. 65 साल की उम्र में उनकी शादी की जा रही है. जिस समय उनके मां-बाप शादी कर रहे थे, तब उन्होंने शादी नहीं की. पर अब लोगों ने उन्हें सलाह दी यदि वह विवाह संस्कार नहीं करेंगे तो उनको मुखाग्नि नहीं दी जा सकेगी. जिसके बाद लेकिन अब शादी कर रहे हैं. शादी में पैपुजी, गठबंधन, लावा परछाई अन्य सारी चीजें की जा रही है जैसा कि आम शादियों में होता है.
राजाराम दूल्हे के रिश्तेदार हिंदू मान्यता के अनुसार यदि किसी शख्स की शादी न हो और उसकी मौत हो जाती है तो उसके मृत शरीर को मुखाग्नि न दिए जाने की परंपरा है. इसलिए वृद्ध झल्लर ने विवाह करके विवाह के संस्कार पूरे करने की ठानी और विवाह संस्कार पूरा किया. जिससे उनके भी मृत शरीर को मुखाग्नि दी जा सके.