कासगंज: कोरोना वायरस के चलते लॉकडाउन के बाद कोटा में पढ़ाई कर रहे कासगंज के कई छात्र-छात्राएं फंस गए थे. छात्र और उनके परिजनों की गुहार पर उत्तर प्रदेश सरकार ने परिवहन निगम की बसें लगाकर कोटा में फंसे छात्रों को वापस उनके घर पहुंचा दिया है.
कोटा से 12 छात्र और उनके साथ रह रहे दो परिजनों को लेकर बस कासगंज रोडवेज बस स्टैंड पर पहुंची, जहां चिकित्सकों की टीम ने सबसे पहले छात्र-छात्राओं का थर्मल टेस्ट किया. उसके बाद घरों में 14 दिन तक क्वॉरंटाइन रहने की हिदायत देते हुए वहां से जाने दिया. अपने-अपने बच्चों को
कासगंज बस स्टैंड से रिसीव करने आए परिजनों की माने तो कोटा में लॉकडाउन में फंसे बच्चों को लेकर वह काफी चिंतित थे, क्योंकि लोग गांव से न तो लॉकडाउन में वहां जा सकते थे और न ही उनके बच्चे वहां से आ सकते थे. इसलिए उन्होंने ट्विटर के माध्यम से योगी सरकार से गुहार लगाई और सरकार ने उनके बच्चों को उनके पास पहुंचा दिया.
फिलहाल कोटा से आए हुए बच्चों को घर में ही 14 दिनों तक क्वॉरंटाइन रखने की चिकित्सकों की सलाह पर परिजनों ने अपनी सहमति जता दी है. वहीं कोटा से वापस आए छात्रों की माने तो कोटा में अभी कोरोना की स्थिति इतनी भयावह नहीं है. वहां कुछ क्षेत्रों में ही अभी कोरोना वायरस का प्रभाव है. बाकी जगह अभी कोरोना का कोई भी केस नहीं आया है.
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