कासगंज: 2022 विधानसभा चुनाव को लेकर प्रशासन ने अभी से तैयारियां शुरू कर दीं हैं. जिसके बाद बीएलओ (BLO) गांव-गांव, घर-घर जाकर नए वोटों को बनवाने और संशोधनों का कार्य शुरू कर दिया है. इसी बीच समाजवादी पार्टी ने सरकार और प्रशासन पर भेदभाव करते हुए जिले की दो विधानसभाओं में एक भी मुस्लिम बीएलओ न बनाने का गंभीर आरोप लगाया है.
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता और वरिष्ठ नेता अब्दुल हफीज गांधी ने ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए सूबे की योगी सरकार और जिला प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं.अब्दुल हफीज गांधी ने बताया कि मैंने स्वयं बीएलओ की लिष्ट देखी है और मैं हैरान हूं कि कासगंज जिले की दो विधानसभाओं अमांपुर और पटियाली पर एक भी मुस्लिम बीएलओ को नहीं रखा गया है. यह निश्चित तौर पर सरकार और प्रशासन द्वारा 2022 के विधानसभा चुनाव में मुस्लिम वोट बैंक को प्रभावित करने का षडयंत्र है.
सपा नेता का आरोप, कहा-कासगंज में एक भी नहीं मुस्लिम BLO, वोट बैंक प्रभावित करने का शासन का षडयंत्र - influence the muslim vote bank
उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव भले ही 2022 में हो मगर सियासी पारा बढ़ता जा रहा है. पार्टियां लगातार एक दूसरे पर सियासी हमला कर ही रही हैं. ताजा मामला कासगंज जिले से है, जहां समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता और वरिष्ठ नेता अब्दुल हफीज गांधी ने सरकार और प्रशासन पर भेदभाव करते का आरोप लगाया है, उन्होंने ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए कहा कि जिले की दो विधानसभाओं में एक भी मुस्लिम बीएलओ नहीं बनाया गया है.
कासगंज: 2022 विधानसभा चुनाव को लेकर प्रशासन ने अभी से तैयारियां शुरू कर दीं हैं. जिसके बाद बीएलओ (BLO) गांव-गांव, घर-घर जाकर नए वोटों को बनवाने और संशोधनों का कार्य शुरू कर दिया है. इसी बीच समाजवादी पार्टी ने सरकार और प्रशासन पर भेदभाव करते हुए जिले की दो विधानसभाओं में एक भी मुस्लिम बीएलओ न बनाने का गंभीर आरोप लगाया है.
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता और वरिष्ठ नेता अब्दुल हफीज गांधी ने ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए सूबे की योगी सरकार और जिला प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं.अब्दुल हफीज गांधी ने बताया कि मैंने स्वयं बीएलओ की लिष्ट देखी है और मैं हैरान हूं कि कासगंज जिले की दो विधानसभाओं अमांपुर और पटियाली पर एक भी मुस्लिम बीएलओ को नहीं रखा गया है. यह निश्चित तौर पर सरकार और प्रशासन द्वारा 2022 के विधानसभा चुनाव में मुस्लिम वोट बैंक को प्रभावित करने का षडयंत्र है.