कासगंज: जहां एक तरफ सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कोरोना वायरस को लेकर गंभीर नजर आ रहे हैं. वहीं इसके विपरीत उनकी पार्टी के विधायक और उनके परिजन नियमों की धज्जियां उड़ा रहे हैं. ताजा मामला कासगंज जनपद का है. लॉकडाउन में रविवार दोपहर को ब्लॉक के पास क्षेत्राधिकारी आरके तिवारी के नेतृत्व में दारोगा सोरों गेट पुलिस चौकी पर टीम के साथ चेकिंग कर रहे थे. तभी कार से विधायक देवेंद्र राजपूत के पुत्र जसवीर राजपूत वहां से गुजर रहे थे. पुलिस ने उनकी कार भी रोक ली. बेटे और गाड़ी में बैठे दो अन्य लोगों पर मास्क नहीं होने पर पुलिस कर्मियों ने 500 रुपये जुर्माने की बात कही.
वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल
इस पर दारोगा और विधायक पुत्र में कहासुनी हो गई. विधायक पुत्र ने अपने पिता बीजेपी विधायक देवेंद्र राजपूत को बुला लिया. मौके पर पहुंचे विधायक ने आकर पुलिस की कार्यशैली पर आपत्ति जताई. उनका कहना था कि बहुत लोग बिना मास्क लगाए जा रहे हैं, लेकिन उनके बेटे को रोका जा रहा है. हम ही क्यों जुर्माना देंगे और विधायक पुत्र ने जुर्माना नहीं दिया. मौके पर पहुंचे सीओ सीटी आरके तिवारी ने भी जुर्माने की बात कही. इस पर सीओ चेकिंग बंद कर चले गए. हालांकि बाद में सीओ ने धूप अधिक होने की वजह से चेकिंग बंद करने की बात कही है. इस पूरे मामले का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो चुका है.
चेकिंग के दौरान भड़के विधायक पुत्र
सीओ ने चेकिंग के दौरान विधायक लिखी कार को रोक लिया. कार से जब जसवीर बाहर निकले तो इंस्पेक्टर ने विधायक कहकर संबोधित किया. जसवीर ने बताया कि उनके पिता विधायक हैं. दारोगा ने कहा कि कोई बात नहीं, लेकिन आपने मास्क नहीं लगाया है. ऐसे में आपको 500 रुपये का जुर्माना भरना पड़ेगा. ये समाज के लिए भी एक अच्छा संदेश रहेगा.
इस पर जसवीर ने अपने पिता को फोन कर सारे मामले से अवगत करा दिया. विधायक देवेंद्र राजपूत भी मौके पर पहुंच गए और अपने पुत्र का पक्ष लेते हुए जुर्माना देने से इंकार कर दिया. इसी को लेकर सीओ और विधायक में नोकझोंक हो गई. सीओ ने कहा कि यदि आपको हमारे चेकिंग करने से आपत्ति है तो हम चेकिंग ही नहीं करते हैं. इतना कहकर सीओ वहां से चले गए.