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मृतक सिपाही घर का था अकेला चिराग, परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल

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Published : Feb 10, 2021, 7:07 AM IST

Updated : Feb 10, 2021, 12:32 PM IST

जिले के सिढ़पुरा थाना के गांव नगला धीमर में वारंटी को पकड़ने गई पुलिस टीम पर हमला (up Police par attack) हो गया. इस दौरान आरोपियों ने दारोगा अशोक कुमार और सिपाही देवेंद्र को बंधक बनाकर जमकर पीटा. इस हमले में सिपाही की मौत हो गई. बताया जा रहा है कि मृतक सिपाही घर का अकेला सदस्य था.

सिपाही की मौत
सिपाही की मौत

आगरा: कासगंज जिले में शराब माफियाओं के हमले में मृतक सिपाही आगरा जिले के थाना डौकी क्षेत्र के गांव नगला बिंदु का निवासी था. वह 2015 में पुलिस में भर्ती हुआ था. सिपाही की मौत की सूचना परिजनों को हुई तो घर में कोहराम मच गया.

कासगंज जिला मुख्यालय से करीब 44 किलोमीटर दूर गंगा की कटरी स्थित गांव नगला धीमर में दारोगा अशोक कुमार सिंह और सिपाही देवेंद्र सिंह निवासी गांव नगला बिंदू, आगरा मंगलवार शाम शराब माफिया मोतीराम की कुर्की का नोटिस चस्पा करने गए थे. गांव में माफिया ने दोनों पुलिसकर्मियों को घेर लिया और एक पेड़ से बांधकर जमकर पीटा था. घटनाक्रम में सिपाही देवेंद्र की मौत हो गई. मौत की जानकारी जब परिजनों को हुई, तो परिवार में कोहराम मच गया. देर रात परिजन कासगंज पहुंच गए.

मृतक सिपाही घर का अकेला चिराग था

मृतक सिपाही देवेंद्र अपने परिवार में इकलौता चिराग था. सिपाही की मौत के बाद परिवार का चिराग बुझ गया. घटना के बाद हर किसी की आंखें नम हैं. परिवार वालों का रो-रोकर बुरा हाल है. रोते रोते हुए मां-बाप लगातार बेहोश हो जा रहे हैं.

10 दिन पहले छुट्टी पर आया था मृतक सिपाही

मृतक सिपाही के परिजनों ने बताया कि देवेंद्र करीब 10 दिन पूर्व छुट्टी पर गांव आया था. छुट्टी समाप्त होने के बाद वापस चला गया था. सोमवार को फोन पर देवेंद्र की परिजनों से बात हुई थी.

मृतक सिपाही की हैं दो बेटियां

मृतक सिपाही देवेंद्र सिंह की शादी 2017 में तहसील फतेहाबाद के ब्लॉक शमसाबाद क्षेत्र के गांव नगलाशादी निवासी चंचल के साथ हुई थी. उनकी दो बेटियां में बड़ी बेटी वैष्णवी उम्र 3 साल, छोटी बेटी गुड़िया उम्र 1 माह है. परिजनों को जब घटनाक्रम की सूचना मिली तो परिजन कासगंज के लिए रवाना हो गए. घर पर शोक संवेदना व्यक्त करने वालों का तांता लगा हुआ है. घटना से आसपास के क्षेत्र में गम का माहौल है. देर रात मृतक के परिजन कासगंज पहुंच गए.

बचपन से ही मिलनसार था मृतक सिपाही देवेंद्र

ग्राम वासियों ने बताया कि सिपाही देवेंद्र जब भी गांव आता था, सबसे मिल - जुल कर बातें करता था. एक दूसरे के सुख दुःख में शामिल होता था. वह बचपन से ही मिलनसार था. घटना के बाद गांव वासी उसके साथ बिताए हुए लम्हों को याद करते ही उनकी आंखों में आंसू आ आते हैं.

मृतक सिपाही के गांव पहुंचे पुलिस अधिकारी

कासगंज में हुई सिपाही की हत्या के बाद जब जानकारी हुई, कि मृतक सिपाही थाना डौकी क्षेत्र के नगला बिंदु का निवासी है तो यहां के पुलिस अधिकारी मृतक के गांव देर रात पहुंच गए. वहीं जनप्रतिनिधि देर रात शोक संवेदना व्यक्त करने के लिए सिपाही के घर पहुंचे.

शहीद के घर लगा लोगों का तांता

शहीद सिपाही देवेंद्र सिंह के घर पर शोक संवेदना व्यक्त करने वालों का सुबह से ही तांता लगा हुआ है. हजारों की संख्या में आसपास के गांव के लोग शोक संवेदना व्यक्त करने के लिए उनके निवास पहुंच गए हैं. वहीं परिवार के लोगों का रो रोकर बुरा हाल है. देवेंद्र सिंह ने अपनी छोटी बहन का रिश्ता भी तय कर दिया था, जिसकी शादी इसी साल 2 मई को होनी थी.

वर्ष 2015 में देवेंद्र सिंह हुए थे पुलिस में भर्ती

वर्ष 2015 में देवेंद्र सिंह पुलिस में भर्ती हुए थे. कानपुर देहात में पोस्टिंग के बाद देवेंद्र सिंह का तबादला कासगंज हुआ और तभी से देवेंद्र कासगंज में पूरी मुस्तैदी से अपनी ड्यूटी कर रहे थे.

शराब माफिया के प्रति गुस्सा

गांव के लोगों ने शराब माफिया के खिलाफ कठोर कार्रवाई किए जाने की मांग सरकार से की है. साथ ही यह मांग भी उठाई है कि शहीद सिपाही देवेंद्र के नाम पर सड़क और स्मारक बनाया जाय.

आगरा: कासगंज जिले में शराब माफियाओं के हमले में मृतक सिपाही आगरा जिले के थाना डौकी क्षेत्र के गांव नगला बिंदु का निवासी था. वह 2015 में पुलिस में भर्ती हुआ था. सिपाही की मौत की सूचना परिजनों को हुई तो घर में कोहराम मच गया.

कासगंज जिला मुख्यालय से करीब 44 किलोमीटर दूर गंगा की कटरी स्थित गांव नगला धीमर में दारोगा अशोक कुमार सिंह और सिपाही देवेंद्र सिंह निवासी गांव नगला बिंदू, आगरा मंगलवार शाम शराब माफिया मोतीराम की कुर्की का नोटिस चस्पा करने गए थे. गांव में माफिया ने दोनों पुलिसकर्मियों को घेर लिया और एक पेड़ से बांधकर जमकर पीटा था. घटनाक्रम में सिपाही देवेंद्र की मौत हो गई. मौत की जानकारी जब परिजनों को हुई, तो परिवार में कोहराम मच गया. देर रात परिजन कासगंज पहुंच गए.

मृतक सिपाही घर का अकेला चिराग था

मृतक सिपाही देवेंद्र अपने परिवार में इकलौता चिराग था. सिपाही की मौत के बाद परिवार का चिराग बुझ गया. घटना के बाद हर किसी की आंखें नम हैं. परिवार वालों का रो-रोकर बुरा हाल है. रोते रोते हुए मां-बाप लगातार बेहोश हो जा रहे हैं.

10 दिन पहले छुट्टी पर आया था मृतक सिपाही

मृतक सिपाही के परिजनों ने बताया कि देवेंद्र करीब 10 दिन पूर्व छुट्टी पर गांव आया था. छुट्टी समाप्त होने के बाद वापस चला गया था. सोमवार को फोन पर देवेंद्र की परिजनों से बात हुई थी.

मृतक सिपाही की हैं दो बेटियां

मृतक सिपाही देवेंद्र सिंह की शादी 2017 में तहसील फतेहाबाद के ब्लॉक शमसाबाद क्षेत्र के गांव नगलाशादी निवासी चंचल के साथ हुई थी. उनकी दो बेटियां में बड़ी बेटी वैष्णवी उम्र 3 साल, छोटी बेटी गुड़िया उम्र 1 माह है. परिजनों को जब घटनाक्रम की सूचना मिली तो परिजन कासगंज के लिए रवाना हो गए. घर पर शोक संवेदना व्यक्त करने वालों का तांता लगा हुआ है. घटना से आसपास के क्षेत्र में गम का माहौल है. देर रात मृतक के परिजन कासगंज पहुंच गए.

बचपन से ही मिलनसार था मृतक सिपाही देवेंद्र

ग्राम वासियों ने बताया कि सिपाही देवेंद्र जब भी गांव आता था, सबसे मिल - जुल कर बातें करता था. एक दूसरे के सुख दुःख में शामिल होता था. वह बचपन से ही मिलनसार था. घटना के बाद गांव वासी उसके साथ बिताए हुए लम्हों को याद करते ही उनकी आंखों में आंसू आ आते हैं.

मृतक सिपाही के गांव पहुंचे पुलिस अधिकारी

कासगंज में हुई सिपाही की हत्या के बाद जब जानकारी हुई, कि मृतक सिपाही थाना डौकी क्षेत्र के नगला बिंदु का निवासी है तो यहां के पुलिस अधिकारी मृतक के गांव देर रात पहुंच गए. वहीं जनप्रतिनिधि देर रात शोक संवेदना व्यक्त करने के लिए सिपाही के घर पहुंचे.

शहीद के घर लगा लोगों का तांता

शहीद सिपाही देवेंद्र सिंह के घर पर शोक संवेदना व्यक्त करने वालों का सुबह से ही तांता लगा हुआ है. हजारों की संख्या में आसपास के गांव के लोग शोक संवेदना व्यक्त करने के लिए उनके निवास पहुंच गए हैं. वहीं परिवार के लोगों का रो रोकर बुरा हाल है. देवेंद्र सिंह ने अपनी छोटी बहन का रिश्ता भी तय कर दिया था, जिसकी शादी इसी साल 2 मई को होनी थी.

वर्ष 2015 में देवेंद्र सिंह हुए थे पुलिस में भर्ती

वर्ष 2015 में देवेंद्र सिंह पुलिस में भर्ती हुए थे. कानपुर देहात में पोस्टिंग के बाद देवेंद्र सिंह का तबादला कासगंज हुआ और तभी से देवेंद्र कासगंज में पूरी मुस्तैदी से अपनी ड्यूटी कर रहे थे.

शराब माफिया के प्रति गुस्सा

गांव के लोगों ने शराब माफिया के खिलाफ कठोर कार्रवाई किए जाने की मांग सरकार से की है. साथ ही यह मांग भी उठाई है कि शहीद सिपाही देवेंद्र के नाम पर सड़क और स्मारक बनाया जाय.

Last Updated : Feb 10, 2021, 12:32 PM IST
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