कासगंजः जिले में मुस्लिम समाज के लोग समाजसेवी दादा रविंद्र की आवाज को बड़े अदब के साथ सुनते हैं. ऐसे दादा रविंद्र ने मुस्लिमों के आने वाले त्योहार रमजान के महीने में पढ़ी जाने वाली तरावीह के बारे में अपनी राय दी.
उन्होंने कहा कि अभी कुछ दिन पहले नवरात्रि में हिंदू धर्म के लोगों ने कन्याओं का पूजन ऑनलाइन किया था. त्योहार भी मनाया गया और लॉकडाउन का पालन भी हुआ. ऐसे ही हमारे मुस्लिम धर्मगुरुओं को भी कोई ऐसा रास्ता निकालना चाहिए, जिससे लॉकडाउन का पालन होता रहे.
इस विषय पर मौलाना जैनुल्लाब्दीन ने कहा कि इंशा अल्लाह हर एक की बात रह जाएगी पहले तो अल्लाह से दुआएं कर रहे हैं. यह महामारी रमजान के पाक महीने तक चली जाए. जब हम पांचों वक्त की नमाज मस्जिदों में पढ़ने के लिए नहीं जा रहे हैं.
अपने घरों पर हम नमाज पढ़ रहे हैं. ऐसे ही तरावीह हम घर पर रहकर ही पढ़ सकते हैं. इसी से हमारी हमारे देश की और इंसानियत की भलाई है. किसी को भी तकलीफ से बचाना यह बहुत बड़ी इबादत है.