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भाषण के दौरान कासगंज में भावुक हुए महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी, छलक पड़े आंसू

कासगंज पहुंचे महाराष्ट्र के राज्यपाल महामहिम भगत सिंह कोश्यारी पुराने दिनों को याद कर भावुक हो गए. राज्यपाल भगत सिंह एक कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे थे.

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राज्यपाल महामहिम भगत सिंह कोश्यारी
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Published : Oct 29, 2022, 6:34 PM IST

कासगंज: विद्या भारती परिवार की तरफ से आयोजित स्नेह मिलन कार्यक्रम में शामिल होने शनिवार को महाराष्ट्र के राज्यपाल महामहिम भगत सिंह कोश्यारी पहुंचे. कार्यक्रम में कोश्यारी ने कासगंज में बिताए हुए दिनों को याद कर भावुक हो गए.

राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी कासगंज जनपद की पुलिस लाइन में बनाये गए हेलीपैड पर हेलीकॉप्टर से पहुंचे. इसके बाद सड़क मार्ग से विद्या भारती परिवार की तरफ से आयोजित स्नेह मिलन कार्यक्रम में शामिल होने के लिए अमांपुर रोड पर स्थित श्री सूरज प्रसाद डांगा सरस्वती विद्यामंदिर विद्यालय पहुंचे.

कार्यक्रम में महाराष्ट्र के राज्यपाल

राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने कार्यक्रम में लोगो को संबोधित करते हुए कहा कि मुझे कासगंज में आकर बेहद खुशी मिली है. समाजसेवा ओर मानव सेवा में बेहद आनंद आता है. उन्होंने कहा कि उनका एक सिद्धांत है 'बिन मांगे मोती मिले, मांगे मिले ना भीख' और मुझे बिन मांगे राज्यपाल का पद मिल गया.

कोश्यारी ने आगे कहा कि किसी ने कल्पना नही की थी कि अटल बिहारी वाजपेयी और नरेंद्र मोदी पीएम बनेंगे. अटल बिहारी वाजपेयी भी पीएम बने और आज नरेंद्र मोदी पीएम बने है. पहले लोग बड़ी बड़ी घोषणा करते थे, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हर घर में शौचालय बनवाया. हर घर में बिजली गैस का कनेक्शन दिया है.

भाषण के दौरान वह भावुक हो गए और कासगंज में बिताए हुए पुराने दिनों को याद कर उनके आंसू छलक आए. राज्यपाल ने कहा कि कासगंज का में ऋणी हूं. यहां समाजसेवी और दानी लोग हैं. प्रधानमंत्री देश को आगे बढ़ाना चाहते हैं, इसलिए आप सब लोग देश को आगे बढ़ाने के लिए कोशिश करें.

राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी का कासगंज जिले से बहुत पुराना रिश्ता रहा है. वह शहर के विलराम गेट स्थित सरस्वती शिशु मंदिर विद्यालय में सन् 1966 से लेकर 1971 तक प्रधानाचार्य के पद पर कार्यरत रहे थे.



यह भी पढ़ें: भाजपा ने राज्यपाल का कठपुतली की तरह दुरुपयोग कियाः कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता

कासगंज: विद्या भारती परिवार की तरफ से आयोजित स्नेह मिलन कार्यक्रम में शामिल होने शनिवार को महाराष्ट्र के राज्यपाल महामहिम भगत सिंह कोश्यारी पहुंचे. कार्यक्रम में कोश्यारी ने कासगंज में बिताए हुए दिनों को याद कर भावुक हो गए.

राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी कासगंज जनपद की पुलिस लाइन में बनाये गए हेलीपैड पर हेलीकॉप्टर से पहुंचे. इसके बाद सड़क मार्ग से विद्या भारती परिवार की तरफ से आयोजित स्नेह मिलन कार्यक्रम में शामिल होने के लिए अमांपुर रोड पर स्थित श्री सूरज प्रसाद डांगा सरस्वती विद्यामंदिर विद्यालय पहुंचे.

कार्यक्रम में महाराष्ट्र के राज्यपाल

राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने कार्यक्रम में लोगो को संबोधित करते हुए कहा कि मुझे कासगंज में आकर बेहद खुशी मिली है. समाजसेवा ओर मानव सेवा में बेहद आनंद आता है. उन्होंने कहा कि उनका एक सिद्धांत है 'बिन मांगे मोती मिले, मांगे मिले ना भीख' और मुझे बिन मांगे राज्यपाल का पद मिल गया.

कोश्यारी ने आगे कहा कि किसी ने कल्पना नही की थी कि अटल बिहारी वाजपेयी और नरेंद्र मोदी पीएम बनेंगे. अटल बिहारी वाजपेयी भी पीएम बने और आज नरेंद्र मोदी पीएम बने है. पहले लोग बड़ी बड़ी घोषणा करते थे, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हर घर में शौचालय बनवाया. हर घर में बिजली गैस का कनेक्शन दिया है.

भाषण के दौरान वह भावुक हो गए और कासगंज में बिताए हुए पुराने दिनों को याद कर उनके आंसू छलक आए. राज्यपाल ने कहा कि कासगंज का में ऋणी हूं. यहां समाजसेवी और दानी लोग हैं. प्रधानमंत्री देश को आगे बढ़ाना चाहते हैं, इसलिए आप सब लोग देश को आगे बढ़ाने के लिए कोशिश करें.

राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी का कासगंज जिले से बहुत पुराना रिश्ता रहा है. वह शहर के विलराम गेट स्थित सरस्वती शिशु मंदिर विद्यालय में सन् 1966 से लेकर 1971 तक प्रधानाचार्य के पद पर कार्यरत रहे थे.



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