कासगंज: जनपद में फर्जी शिक्षकों और विद्यालय कर्मियों के मिलने का सिलसिला थमने का नाम ही नहीं ले रहा है. उत्तर प्रदेश के शिक्षा विभाग को हिला देने वाली अनामिका शुक्ला के बाद फर्जी विद्यालय कर्मी लक्ष्मी पकड़ी गई. अब लक्ष्मी के बाद पिछले 13 सालों से फर्जी कागजातों पर वार्डन की नौकरी कर रही चित्रा शर्मा शिक्षा विभाग की पकड़ में आई है. हालांकि चित्रा शर्मा पकड़े जाने के भय से पहले ही फरार हो गई, जिसके बाद बीएसए अंजली अग्रवाल ने चित्रा शर्मा के विरुद्ध थाने में एफआईआर दर्ज कराई है.
दरअसल, पूरे उत्तर प्रदेश में बहुचर्चित अनामिका शुक्ला के नाम पर कासगंज के कस्तूरबा विद्यालय में नौकरी कर रही सुप्रिया जाटव की गिरफ्तारी के बाद शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया था. कासगंज बीएसए अंजली अग्रवाल ने इसके बाद जनपद के सभी शिक्षकों के प्रपत्रों की जांच शुरू कर दी थी, जिसके परिणाम स्वरूप दो दिन पहले लक्ष्मी नाम की फर्जी शिक्षिका का नाम सामने आया था. हालांकि लक्ष्मी भी पकड़ में आने से पूर्व ही फरार हो गई. विभाग ने लक्ष्मी के विरुद्ध भी थाने में मामला दर्ज कराया है. वह कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय रानामऊ अमांपुर में 4 वर्षों से नौकरी कर रही थी.
कासगंज: फर्जी शिक्षका का मामला आया सामने, 2016 से कर रही थी नौकरी
शिक्षा विभाग द्वारा आंतरिक प्रपत्रों की जांच में सोमवार को कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय हिमांयुपुर में 13 साल से बीएड के फर्जी कागजातों पर नौकरी कर रही चित्रा शर्मा का भंडा फूट गया. हालांकि अपने पकड़े जाने के भय से चित्रा शर्मा पहले ही फरार हो चुकी हैं. मामला पकड़ में आते ही बीएसए अंजली अग्रवाल ने संबंधित थाने में सुसंगत धाराओं में अभियोग दर्ज करा दिया है.