कासगंज: उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल बुधवार को कासगंज के दौरे पर पहुंची. उनके दौरे को लेकर प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए थे. महामहिम राज्यपाल का हेलीकॉप्टर कासगंज के पुलिस लाइन में उतरा. जिसके बाद वह सीधे सोरों क्षेत्र के बहादुर नगर आंगनवाड़ी केंद्र पहुंची. जहां उन्होंने नवजात बच्चों को खीर खिलाई और महिलाओं को फल वितरित किए.
कासगंज दौरे पर पहुंची राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने सोरों क्षेत्र के आंगनबाड़ी केंद्र से लहरा ग्राम स्थित कुष्ठ आश्रम पर पहुंचकर कुष्ठ रोगियों को फल और कंबल वितरित किये. साथ ही कुष्ठ आश्रम के लिए सोलर लाइटें भी प्रदान कीं.इसके बाद राज्यपाल आनंदीबेन पटेल तीर्थ नगरी सोरों पहुंची और भगवान वाराह के दर्शन कर पूजा-अर्चना की.
नवजात बच्चों को खिलाई खीर. भगवान वाराह के दर्शन के उपरांत महामहिम राज्यपाल जिला मुख्यालय पर पहुंची और वहां पारिजात के पौधे को रोपित किया. राज्यपाल ने कलेक्ट्रेट सभागार में अधिकारियों के साथ क्षय रोगों को लेकर बैठक की.इस दौरान राज्यपाल ने कहा कि कुष्ठ रोग ऐसा रोग है जो परिवार को खा जाता है. राज्य सरकारों के द्वारा कुष्ठ रोगियों के इलाज के लिए हर संभव मदद की जाती है. राज्यपाल ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि मैं जहां जाती हूं वहां किसको क्या जरूरत है उनकी जरूरतों को पूरा करने का प्रयास करती हूं. जिलाधिकारी की मांग पर कुष्ठ आश्रम में आज सोलर लाइट और फल कंबल वितरण किये गये हैं.
पारिजात के पौधे को रोपित किया. यूपी की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने कोरोना संकट पर बोलते हुए कहा कि सभी राज्यों की सरकारों ने कोरोना में बेहतर काम किया. कोरोना से मृत हुए लोगों के बाद अनाथ हुए उनके बच्चो का राज्य सरकार ने हाथ पकडा और हर महीने चार हजार रुपये देने का फैसला लिया. राज्य सरकार ने पीड़ितों के खातों में सीधे तीन महीने का 12 हजार रूपये जमा करने का काम किया. जिसमें कोई बिचौलिया नहीं था, इसका लाभ बच्चों को सीधा मिल रहा है. उनकी देखभाल भी ठीक से हो रही है.
राज्यपाल आनंदीबेन पटेल बुधवार को कासगंज पहुंची.