कासगंजः कासगंज में न्योली चीनी मिल पर गन्ना किसानों का पिछला लगभग 35 करोड़ रुपये बकाया है. इसी को लेकर जिलाधिकारी के निर्देश पर चीनी मिल के प्रबंध निदेशक सहित छह लोगों पर एफआईआर दर्ज की गई है.
बता दें, कि 2 नवंबर बुधवार को तमाम गन्ना किसान न्योली चीनी मिल पर अपने पिछले लगभग 35 करोड़ बकाया दिलाने की मांग को लेकर कासगंज जिलाधिकारी हर्षिता माथुर से मिले थे. गन्ना किसानों ने ईटीवी भारत से बात करते हुए गन्ने का पिछला बकाया भुगतान न होने पर आत्महत्या और बवाल करने की चेतावनी तक दे डाली थी. गन्ना किसानों ने यह भी आरोप लगाया था कि वह जिलाधिकारी को कई बार अपनी समस्या से अवगत करा चुके हैं, लेकिन समस्या ज्यों की त्यों बनी हुई है. गन्ना किसानों की चेतावनी और ईटीवी भारत की खबर चलने के बाद कासगंज प्रशासन की नींद जागी और आनन-फानन में कासगंज जिलाधिकारी हर्षिता माथुर ने न्योली चीनी मिल के प्रबंध निदेशक सहित छह लोगों पर गन्ना किसानों का समय से भुगतान न करने के चलते एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश दिए.
इसके बाद शनिवार देर शाम कासगंज जिलाधिकारी हर्षिता माथुर के निर्देश पर कासगंज जनपद की सोरों कोतवाली में न्यूली चीनी मिल के प्रबंध निदेशक कुणाल यादव, जनरल मैनेजर चंद्रभान सिंह, अकाउंटेंट एंड फाइनेंस डिपार्टमेंट के अमित मेहरा, मुख्य वित्त अधिकारी डीके श्रीवास्तव, वाइस प्रेसिडेंट न्योली शुगर मिल तेजवीर ढाका, अध्यासी यूनिट हेड इसरार अहमद सहित 6 के खिलाफ गन्ना किसानों का पिछला बकाया समय से भुगतान न करने के चलते एफआईआर दर्ज की गई है.
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