कासगंज: जिले में एक अपहृत बच्चे का शव बाजरे के करब में मिला. बच्चे के शव के हाथ पैर बंधे हुए थे और मुंह पर टेप लगा हुआ था. बच्चे का शव मिलने की सूचना पर परिजनों में कोहराम मच गया. सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. बता दें कि बच्चा बीते 18 जनवरी को सुबह 9 बजे अचानक गायब हो गया था.
घर से खेत के लिए निकला था बच्चा
कासगंज जनपद की सिढ़पुरा कोतवाली क्षेत्र के ग्राम पिथनपुर में किशनपुर का 10 वर्षीय पुत्र लोकेश 18 जनवरी की सुबह 9 बजे घर से खेत के लिए निकला था. उसके बाद वापस घर नहीं पहुंचा. इसके बाद परिजनों ने लोकेश को काफी तलाश किया, लेकिन लोकेश का कोई पता नहीं लगा. उसी दौरान बच्चे के परिजनों के पास एक फोन आया. फोन करने वाले ने उनसे 40 लाख रुपये की फिरौती मांगी. फोन करने वाले ने फिरौती नहीं देने पर बच्चे को जान से मारने की धमकी भी दी थी. इसके बाद गायब हुए बच्चे के परिजनों ने मंगलवार को सिढ़पुरा थाने में मामला दर्ज कराया था. पुलिस इसके बाद से ही बच्चे को तलाश रही थी.
बुधवार देर रात मिला बच्चे का शव
मामला मीडिया में आने के बाद पुलिस-प्रशासन हरकत में आया और अपहृत बच्चे की तलाश में जुट गया. सूचना मिलने पर मौके पर तमाम आला अधिकारी भी पीड़ित के घर पहुंचे, लेकिन नतीजा शून्य निकला. बुधवार देर रात पुलिस को बाजरे की करब में बच्चे के शव के दबे होने की सूचना मिली. मौके पर पहुंचकर पुलिस ने शव को बरामद कर लिया है. बताया जा रहा है कि उस समय मासूम के हाथ-पैर बंधे हुए थे और उसके मुंह पर टेप लगा था.
मां ने चार लोगों पर लगाया आरोप
मरने वाले बच्चे की मां देवकी ने गांव के 4 लोगों राम बहादुर, राजबहादुर, नरेश चंद्र और भोले पर अपने बेटे लोकेश की हत्या का आरोप लगाया है. साथ ही पुलिस से आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग की है.
ये बोले एसपी
कासगंज एसपी मनोज कुमार सोनकर ने बताया इस मामले में तीन अभियुक्तों के नाम सामने आए हैं. उनकी गिरफ्तारी के लिए टीमें गठित कर दी गई हैं. जल्द ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा.