कासगंज: यूपी 2022 विधानसभा चुनाव (UP 2022 assembly elections) के मद्देनजर ब्राह्मण सभी राजनीतिक पार्टियों के केंद्र बिंदु में हैं. यही कारण है कि ब्राह्मण वोटों को साधने के लिए बहुजन समाज पार्टी प्रदेश भर में प्रबुद्ध संगोष्ठी 'ब्राह्मण सम्मेलन' (brahmin Sammelan) आयोजित कर रही है. अयोध्या से शुरू हुआ बसपा का ये अभियान कई जिलों के बाद कासगंज पहुंचने वाला है. बसपा के राष्ट्रीय महासचिव व राज्यसभा सांसद सतीश चंद्र मिश्रा (Rajya Sabha MP Satish Chandra Mishra) दो अगस्त यानी सोमवार को कासगंज में प्रबुद्ध संगोष्ठी को संबोधित करेंगे. मिश्रा के आगमन को लेकर तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. कार्यक्रम के संयोजक और उच्चतर शिक्षा आयोग के पूर्व सदस्य प्रो. नीरज किशोर मिश्रा भी यहां से एक बार फिर विधिवत बसपा में वापसी करेंगे.
कासगंज (Kashgang) में पटियाली स्थित एसबीआर इण्टर कॉलेज ग्राउंड में दो अगस्त को बसपा के राष्ट्रीय महासचिव और राज्यसभा सांसद सतीश मिश्रा ब्राह्मणों को साधने के लिए आयोजित प्रबुद्ध संगोष्ठी में हिस्सा लेंगे. उनके आगमन को लेकर तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. कार्यक्रम के संयोजक और 2007 में बसपा सरकार में उच्चतर शिक्षा आयोग के पूर्व सदस्य रहे प्रो. नीरज किशोर मिश्रा ने ईटीवी भारत से बात करते हुए कहा कि बीजेपी की सरकार में ब्राह्मणों पर अत्याचार हो रहे हैं. इस सरकार में ब्राम्हणों को सताया जा रहा है. इसी कारण बहुजन समाज पार्टी ने ब्राह्मणों की आवाज को उठाया है.
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प्रो. नीरज किशोर मिश्रा ने समाजवादी पार्टी पर हमला बोलते हुए कहा कि समाजवादी पार्टी के मुंह से ब्राह्मणों की बात ऐसी लगती है जैसे किसी अपराधी के मुंह से धर्म की बात निकली हो. समाजवादी पार्टी ने ब्राह्मणों का हमेशा अहित किया है. सपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि कन्नौज के नीरज मिश्रा का सिर कटवा कर लखनऊ मंगवाया गया था. सिर्फ अपना अहम शांत करने के लिए. इस घटना के बाद सपा को ब्राह्मणों की बात नहीं करनी चाहिए. पूर्व कांग्रेस नेता और वर्तमान में बीजेपी में शामिल हुए जतिन प्रसाद के बारे में यह पूछने पर कि क्या 2022 में ब्राह्मण बसपा और बीजेपी में बंट सकता है. इस पर नीरज किशोर मिश्रा ने कहा कि पहले जतिन प्रसाद अपने नाम के आगे दीक्षित तो लगा कर दिखाएं तब ब्राह्मणों की बात करें.
रेप केस दर्ज होने पर सपा से निकाले गए थे प्रो. नीरज किशोर मिश्रा
बता दें, कि प्रो. नीरज किशोर मिश्रा यूपी विधान सभा चुनाव के समय सपा प्रमुख अखिलेश यादव के समक्ष पटियाली में सभा के दौरान सपा में शामिल हुए थे. इससे पहले वे बसपा में ही थे और बसपा सरकार के समय उच्च शिक्षा आयोग में सदस्य बनाये गये थे. लेकिन साल 2018 में प्रो. नीरज किशोर मिश्रा के खिलाफ दर्ज रेप केस की पीड़ित महिला ने विधानसभा के सामने आत्मदाह का प्रयास करने की कोशिश की थी. बाद में उसने प्रो. नीरज किशोर मिश्रा के खिलाफ अखिलेश यादव से मिलकर पूरी घटना बताई थी. पीड़िता की शिकायत पर सपा मुखिया अखिलेश यादव ने प्रो. नीरज मिश्रा को सपा से बाहर का रास्ता दिखा दिया.