कानपुर: अयोध्या में 22 जनवरी को प्रभु श्री राम के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को लेकर पूरे देश में उत्साह का माहौल है. पूरे देश में इसको लेकर तैयारियां भी काफी जोरों शोरों पर चल रही है. हर कोई किसी न किसी तरह अपनी सहभागिता भी दर्ज कराने में लगा हुआ है. कानपुर में भी काफी जोरदार तरीके से प्राण प्रतिष्ठा की तैयारी की जा रही है. यहां 500 फीट के बैनर को तैयार कर उस पर प्रभु श्री राम का 5 लाख बार नाम लिखने के अभियान की शुरुआत की गई है.
ईटीवी भारत से विशेष बातचीत में युग दधीचि देह दाहा संस्थान के अध्यक्ष मनोज सिंगर ने बताया कि '90 के दशक से हमने कारसेवकों के संघर्ष को बड़े निकट से देखा है. 500 वर्ष के संघर्ष के बाद अब श्री राम मंदिर का निर्माण होने जा रहा है. ऐसे अवसर पर हमने 500 फीट का एक पत्र तैयार किया है. 5 लाख बार प्रभु श्री राम नाम का लेखन करते हुए उन दिवंगत कारसेवकों को अपनी श्रद्धांजलि समर्पित कर रहे हैं, जिन्होंने राम मंदिर के निर्माण में अपना मूलभूत योगदान दिया है. इसी क्रम में मोतीझील में एक 500 फीट का पत्र तैयार किया हुआ है. इसमें वेद विद्यालय रूमा के वेदपाठी बच्चों के द्वारा वैदिक मंत्र उच्चारण किया जा रहा है'.
मनोज सिंगर ने बताया कि 'सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज डिफेंस कॉलोनी की करीब 100 बच्चियों के द्वारा प्रभु श्री राम नाम का लेखन किया जा रहा है. 5 लाख बार प्रभु श्री राम नाम का लेखन करने कार्य का समापन 21 जनवरी को सलेमपुर में स्थित श्री बालाजी सरकार मंदिर के प्रांगण में होगा. 31 जनवरी को इस पत्र को हम विश्व हिंदू परिषद के पदाधिकारीयों के साथ ले जाकर अयोध्या में भगवान राम के चरणों में समर्पित करेंगे. यही, हमारे दिवंगत कारसेवकों को विनम्र श्रद्धांजलि होगी.
लगभग डेढ़ लाख प्रभु श्री राम नाम का लेखन किया पूरा: मनोज सिंगर ने बताया कि बीते मंगलवार को पूर्व प्रधानमंत्री स्व. श्री अटल बिहारी वाजपेई की पौत्री नंदिता मिश्रा और उनके पति सुमित कुमार मिश्रा समेत अन्य पदाधिकारीयों के द्वारा इसका शुभारंभ किया गया है. बुधवार तक हमने लगभग डेढ़ लाख प्रभु श्री राम नाम का लेखन पूरा कर लिया है. उन्होंने कहा कि इसके बाद हम लोग विभिन्न विद्यालयों में भी इस पत्र को लेकर जाएंगे और बच्चों से प्रभु श्री राम नाम का लेखन कराएंगे. 21 जनवरी को हम इस शुभ कार्य का समापन करेंगे और फिर भी अगर कोई कमी रह जाती है, तो मैं और मेरी पत्नी हम दोनों मिलकर इस 5 लाख प्रभु श्री राम नाम के लेखन को पूरा करेंगे. इसके बाद 31 जनवरी को विश्व हिंदू परिषद के पदाधिकारीयों के साथ मिलकर ट्रस्ट के संयोजक चंपत राय को सह सम्मान सौपेंगे.
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