ETV Bharat / state

नर जैसी आकृति वाले जन्मे मृत मेमने को ग्रामीणों ने माना भगवान का स्वरूप - घाटमपुर कोतवाली

कानपुर जिले के घाटमपुर कोतवाली क्षेत्र में आस्था के नाम पर आडंबर का एक अजीबो गरीब नजारा देखने को मिला. जहां बकरी द्वारा मृत जन्मे मेमने की शक्ल को लोगों ने बजरंग बली का अवतार मान लिया. साथ ही उसकी पूजा अर्चना करते हुए चढ़ावा तक चढ़ाना शुरू कर दिया.

मृत मेमने को ग्रामीणों ने माना भगवान का स्वरूप.
मृत मेमने को ग्रामीणों ने माना भगवान का स्वरूप.
author img

By

Published : Nov 24, 2020, 3:36 PM IST

कानपुरः जनपद के घाटमपुर कोतवाली क्षेत्र के जहांगीरबाद गांव में आस्था के नाम पर आडंबर का एक अजीबो गरीब नजारा देखने को मिला. जहां बकरी द्वारा जन्मे मेमने की शक्ल को लोगों ने बजरंग बली का अवतार मानकर उनकी पूजा अर्चना करते हुए चढ़ावा तक चढ़ाना शुरू कर दिया. वहीं इस मामले की जानकारी होते ही आस-पास के लोगों की भीड़ जुटना शुरू हो गई.

जानकारी देते ग्रामीण.

ये है पूरा मामला
इसे आस्था की मान्यता कहें या जैसे कोई चमत्कार या फिर मेडिकल साइंस के अनुसार किसी जीव के शरीर का पूर्ण रूप से विकास न होना. ऐसा ही एक अजीबो गरीब नजारा मंगलवार घाटमपुर कोतवाली के जहांगीरबाद गांव में देखने को मिला. जहां सीताराम के घर में पली बकरी ने मृत मेमने को जन्म दिया. जिसकी आकृति ग्रामीणों ने बजंगबली के रूप में मानते हुए पूजा अर्चना करना शुरू कर दी. साथ ही बाबा के जयकारे लगाना शुरू कर दिया. यह आडंबर घण्टों गांव में चलता रहा.

मानव जैसी दिख रही थी शक्ल
इस संबंध में सीता राम कठेरिया ने बताया कि उनके यहां पली बकरी ने सुबह पांच बजे बच्चों को जन्म दिया. जिसमें एक बच्चे के मुख और शरीर का आकार अन्य बच्चों से बिल्कुल अलग था. भोर का उजाला हुआ तो पाया गया कि विचित्र प्रकार के जन्मे बच्चे ने दम तोड़ दिया है, लेकिन सीता राम के अनुसार गौर फरमाने पर उसके घर बजरंगबली ने जन्म लिया. जो अब ग्रामीणों के लिए आस्था का प्रतीक बना हुआ है. जिसके चलते ग्रामीणों ने मृत मेमने को भगवान का स्वरूप मानते हैं. वहीं सीताराम ने कहा कि मृत मेमने का अंतिम संस्कार करते हुए यहीं दफना दिया जाएगा.

कानपुरः जनपद के घाटमपुर कोतवाली क्षेत्र के जहांगीरबाद गांव में आस्था के नाम पर आडंबर का एक अजीबो गरीब नजारा देखने को मिला. जहां बकरी द्वारा जन्मे मेमने की शक्ल को लोगों ने बजरंग बली का अवतार मानकर उनकी पूजा अर्चना करते हुए चढ़ावा तक चढ़ाना शुरू कर दिया. वहीं इस मामले की जानकारी होते ही आस-पास के लोगों की भीड़ जुटना शुरू हो गई.

जानकारी देते ग्रामीण.

ये है पूरा मामला
इसे आस्था की मान्यता कहें या जैसे कोई चमत्कार या फिर मेडिकल साइंस के अनुसार किसी जीव के शरीर का पूर्ण रूप से विकास न होना. ऐसा ही एक अजीबो गरीब नजारा मंगलवार घाटमपुर कोतवाली के जहांगीरबाद गांव में देखने को मिला. जहां सीताराम के घर में पली बकरी ने मृत मेमने को जन्म दिया. जिसकी आकृति ग्रामीणों ने बजंगबली के रूप में मानते हुए पूजा अर्चना करना शुरू कर दी. साथ ही बाबा के जयकारे लगाना शुरू कर दिया. यह आडंबर घण्टों गांव में चलता रहा.

मानव जैसी दिख रही थी शक्ल
इस संबंध में सीता राम कठेरिया ने बताया कि उनके यहां पली बकरी ने सुबह पांच बजे बच्चों को जन्म दिया. जिसमें एक बच्चे के मुख और शरीर का आकार अन्य बच्चों से बिल्कुल अलग था. भोर का उजाला हुआ तो पाया गया कि विचित्र प्रकार के जन्मे बच्चे ने दम तोड़ दिया है, लेकिन सीता राम के अनुसार गौर फरमाने पर उसके घर बजरंगबली ने जन्म लिया. जो अब ग्रामीणों के लिए आस्था का प्रतीक बना हुआ है. जिसके चलते ग्रामीणों ने मृत मेमने को भगवान का स्वरूप मानते हैं. वहीं सीताराम ने कहा कि मृत मेमने का अंतिम संस्कार करते हुए यहीं दफना दिया जाएगा.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.