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VIDEO VIRAL: कानपुर के सुनील बने बंदरों के हमदर्द, परिवार जैसी करते हैं देखभाल

कानपुर के गोविंद नगर निवासी सुनील दीक्षित बंदरों को प्रतिदिन तरबूज खिलाते हैं. इस दौरान बंदर उनके साथ परिवार के सदस्य की तरह व्यवहार करते हैं. इसका वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है.

Sunil Dixit feeding watermelons daily to monkeys
Sunil Dixit feeding watermelons daily to monkeys
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Published : Apr 8, 2023, 4:58 PM IST

Updated : Apr 8, 2023, 5:14 PM IST

बंदरों को तरबूज खिलाते सुनील दीक्षित.

कानपुर: अमेठी निवासी आरिफ और सारस की दोस्ती की चर्चा अभी थम भी नहीं पाई थी. इसी बीच इंसान और बेजुबानों के अटूट रिश्ते की एक और मामला सामने आया है. कानपुर के गोविंद नगर निवासी सुनील दीक्षित का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. जिसमें सुनील बिना किसी डर के बंदरों के झुंड को अपने हाथों से तरबूज खिला रहे हैं. यह वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है.

वायरल वीडियो में दिख रहा है सुनील बंदरों के झुंड से घिरे हुए हैं. इसके साथ ही वह बंदरों को चाकू से तरबूज काटकर खिला रहे हैं. वीडियो में दिख रहे बंदर जैसे उनके ही परिवार के सदस्य लग रहे हैं. आमतौर पर बंदर की एक घुड़की से लोग ठिठककर पीछे हट जाते हैं. लेकिन सुनील दीक्षित का बंदरों के इस लगाव से मानों सालों पुरानी जान-पहचान है.

सुनील दीक्षित ने बताया कि शहर के मैस्कर घाट जाते हुए उन्हें 3 साल हो गए हैं. वह सुबह साढ़े पांच से छह बजे की बीच पहुंच जाते हैं. यहां बंदरों का एक झुंड उनका हमेशा इंतजार कर रहा होता है. जैसे ही वह कुछ भी खाने की सामग्री लेकर पहुंचते हैं. सभी बंदर उनके पास आकर बैठ जाते हैं. इसके बाद वह लाये हुए सामान को बंदरों को खिलाते हैं. यह बंदर इन चीजों को खाकर तुरंत जंगलों की ओर वापस लौट जाते हैं.


सुनील ने बताया कि कभी-कभी यहां बंदरों के दो गुट आ जाते हैं. इस दौरान उनके बीच खाद्य सामग्री को लेकर टकराव होने लगता है. लेकिन दोनों ही गुट पेट भरने के लिए थोड़ी-थोड़ी देर में अपना स्थान बदल लेते हैं. उन्होंने कहा कि फल का रस वाला भाग बंदर खा जाते हैं. इसके बाद बचे हुए छिलके का भाग गाय या बछड़ा आकर खा जाते हैं. सुनील ने बताया कि कई बार तो लोग उनके इस काम का विरोध भी करते हैं. लेकिन वह अपने उद्देश्य को पूरा करने के लिए किसी से कुछ नहीं बोलते हैं. वह हमेशा बंदरों का पेट भरकर वापस लौट आते हैं.

यह भी पढ़ें- बसपा सुप्रीमो ने पुरानी पेंशन व महंगाई को लेकर केंद्र और राज्य सरकार को घेरा, कही यह बात

बंदरों को तरबूज खिलाते सुनील दीक्षित.

कानपुर: अमेठी निवासी आरिफ और सारस की दोस्ती की चर्चा अभी थम भी नहीं पाई थी. इसी बीच इंसान और बेजुबानों के अटूट रिश्ते की एक और मामला सामने आया है. कानपुर के गोविंद नगर निवासी सुनील दीक्षित का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. जिसमें सुनील बिना किसी डर के बंदरों के झुंड को अपने हाथों से तरबूज खिला रहे हैं. यह वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है.

वायरल वीडियो में दिख रहा है सुनील बंदरों के झुंड से घिरे हुए हैं. इसके साथ ही वह बंदरों को चाकू से तरबूज काटकर खिला रहे हैं. वीडियो में दिख रहे बंदर जैसे उनके ही परिवार के सदस्य लग रहे हैं. आमतौर पर बंदर की एक घुड़की से लोग ठिठककर पीछे हट जाते हैं. लेकिन सुनील दीक्षित का बंदरों के इस लगाव से मानों सालों पुरानी जान-पहचान है.

सुनील दीक्षित ने बताया कि शहर के मैस्कर घाट जाते हुए उन्हें 3 साल हो गए हैं. वह सुबह साढ़े पांच से छह बजे की बीच पहुंच जाते हैं. यहां बंदरों का एक झुंड उनका हमेशा इंतजार कर रहा होता है. जैसे ही वह कुछ भी खाने की सामग्री लेकर पहुंचते हैं. सभी बंदर उनके पास आकर बैठ जाते हैं. इसके बाद वह लाये हुए सामान को बंदरों को खिलाते हैं. यह बंदर इन चीजों को खाकर तुरंत जंगलों की ओर वापस लौट जाते हैं.


सुनील ने बताया कि कभी-कभी यहां बंदरों के दो गुट आ जाते हैं. इस दौरान उनके बीच खाद्य सामग्री को लेकर टकराव होने लगता है. लेकिन दोनों ही गुट पेट भरने के लिए थोड़ी-थोड़ी देर में अपना स्थान बदल लेते हैं. उन्होंने कहा कि फल का रस वाला भाग बंदर खा जाते हैं. इसके बाद बचे हुए छिलके का भाग गाय या बछड़ा आकर खा जाते हैं. सुनील ने बताया कि कई बार तो लोग उनके इस काम का विरोध भी करते हैं. लेकिन वह अपने उद्देश्य को पूरा करने के लिए किसी से कुछ नहीं बोलते हैं. वह हमेशा बंदरों का पेट भरकर वापस लौट आते हैं.

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Last Updated : Apr 8, 2023, 5:14 PM IST
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