कानपुर: औरैया अयाना निवासी किसान ज्ञान शंकर त्रिवेदी की पत्नी सोनी 9 माह की गर्भवती थी. हालत बिगड़ने पर परिजनों ने उसे औरैया के एक अस्पताल में भर्ती कराया. जहां डॉक्टर ने कुछ देर बाद उन्हें कानपुर के खाड़ेपुर पर स्थित एक प्राइवेट नर्सिंग होम के लिए रेफर कर दिया. औरैया से अस्पताल के डॉक्टर गर्भवती महिला के साथ खुद कानपुर आए और उसे नर्सिंग होम में भर्ती कराया. इसके बाद औरैया से आए डॉक्टर आधे घंटे बाद वहां से चले गए. मृतक महिला के पति का आरोप है कि, रात में उसकी पत्नी की तबीयत बिगड़ने के बाद भी नर्सिंग होम के स्टाफ ने ध्यान नहीं दिया और उसकी मौत हो गई.
महत्वपूर्ण बातें-
- गर्भवती महिला की मौत के बाद नर्सिंग होम में तोड़फोड़.
- परिजनों ने इलाज में लापरवाही बरतने का आरोप लगाया.
- महिला के शरीर में खून की कमी थी.
औरैया निवासी शंकर त्रिवेदी पेशे से किसान हैं. शंकर की पत्नी 9 महीने की गर्भवती थी. औरैया के अस्पताल में भर्ती कराया गया था. तबीयत अधिक बिगड़ने पर डॉक्टरों ने कानपुर के खाड़ेपुर स्थित निहारिका हॉस्पिटल रेफर कर दिया. इस दौरान औरैया से खुद डॉक्टर भी आए, लेकिन आधे घंटे बाद ही औरैया के डॉक्टर अपने जिले के लिए रवाना हो गए.
जब पीड़ित परिवार ने डॉक्टरों से पूछा तो उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया. इसके बाद अचानक महिला की तबीयत बहुत ज्यादा बिगड़ गई और थोड़ी देर बाद ही महिला की मौत हो गई. परिजनों को मौत की खबर पता चलते ही उन्होंने अस्पताल में हंगामा करना शुरू कर दिया. देखते ही देखते आक्रोशित परिजनों ने अस्पताल में तोड़फोड़ करनी शुरू कर दी. हंगामा और बवाल बढ़ता देख अस्पताल में काम करने वाले सभी कर्मचारी मौके से भाग खड़े हुए. बवाल की सूचना मिलते ही नौबस्ता थाना पुलिस भी मौके पर पहुंची और आक्रोशित परिजनों को समझा-बुझाकर शांत कराया. मृतक के परिजनों ने कहा कि अस्पताल की लापरवाही के चलते गर्भवती महिला की जान गई है.