कानपुर: ऐसा बिल्कुल नहीं है कि केवल आमजन ही यातायात नियमों का पालन नहीं करते. कभी-कभार वर्दी वाले भी नियमों का उल्लंघन ये सोचकर कर देते हैं, कि उनका कोई कुछ नहीं कर पाएगा. हालांकि शुक्रवार को झांसी में तैनात इंस्पेक्टर जीएस यादव को अपनी पुलिस का स्टीकर व हूटर लगी गाड़ी से एक राहगीर को टक्कर मारना बहुत महंगा पड़ गया.
कानपुर शहर के कल्याणपुर थाने के पास जीटी रोड पर इंस्पेक्टर जीएस यादव अपनी चार पहिया गाड़ी से आ रहे थे, तभी एक युवक से उनकी गाड़ी की टक्कर हो गई. युवक जब तक संभलता तब तक वह सड़क पर आकर रौब दिखाने लगे. हालांकि, जैसे ही युवक ने जनता के साथ उनका घेराव किया तो इंस्पेक्टर जीएस यादव सकते में आ गए. पूरे मामले का युवक ने वीडियो बनाया और सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया.
वीडियो की जानकारी जब संयुक्त पुलिस आयुक्त आनंद प्रकाश तिवारी को मिली, तो उन्होंने फौरन ही डीसीपी ट्रैफिक रवीना त्यागी को निर्देश दिया कि इंस्पेक्टर का चालान काटा जाए. फिर क्या था, इंस्पेक्टर जीएस यादव के वाहन की जांच हुई तो सामने आया कि वाहन निजी था. बावजूद इसके वाहन पर पुलिस का स्टीकर चस्पा था और हूटर भी लगा था. इतना ही नहीं इंस्पेक्टर जीएस यादव के पास ड्राइविंग लाइसेंस भी नहीं था.
वायरल वीडियो में साफ-साफ दिख रहा है कि इंस्पेक्टर जीएस यादव भीड़ के सामने युवक से माफी मांग रहे हैं. कह रहे हैं कि 'भाई छोड़ दो मामला और जाने दो.' लेकिन, युवक मानने को तैयार नहीं है. युवक इंस्पेक्टर का चालान कराने पर अड़ा रहा. जब हंगामा बढ़ा तो इंस्पेक्टर जीएस यादव ने युवक से हाथ जोड़कर माफी मांगी और खुद को हार्ट पेशेंट बताया. इसके बाद मामला शांत हुआ. लेकिन, टीआई मोबिन खान ने इंस्पेक्टर का 500 रुपये का चालान काट दिया. वहीं, मामले की जांच कल्याणपुर थाना प्रभारी को सौंप दी गई है.