कानपुर: कमिश्नरी पुलिस की ओमान में फंसी महिलाओं की वतन वापसी की मुहिम रंग ले आई. पुलिस ने ओमान के भारतीय दूतावास में संपर्क कर बंधक बनाई गई दोनों भारतीय महिलाओं को मुक्त करा लिया है. इतना ही नहीं, इन महिलाओं की भारत वापसी का रास्ता भी साफ हो गया है. दोनों महिलाओं के भारत लौटने के बाद कानपुर पुलिस अपने मुकदमे की विधिक कार्रवाई को आगे बढ़ाते हुए कोर्ट में उनके बयान दर्ज करवाएगी.
यह है पूरा मामला
दरअसल, कानपुर पुलिस ने हाल ही में 2 मानव तस्करों को गिरफ्तार किया है. दोनों तस्करों के नाम अतीकुर्रहमान और मुजम्मिल हैं. पकड़े गए दोनों तस्कर बतौर एजेंट महिलाओं को नौकरी का सपना दिखा कर ओमान, सऊदी अरब, कतर आदि देशों में भेजते थे. वहां महिलाओं को न सिर्फ बंधक बनाकर मानसिक और शारीरक यातनाएं दी जाती थीं, बल्कि उनका शोषण भी किया जाता था.
ओमान में बंधक थी महिलाएं
डीसीपी क्राइम सलमान ताज पाटिल ने बताया कि दोनों महिलाएं उन्नाव की रहने वाली हैं. उन्होंने बताया कि 9 अप्रैल को थाना कर्नलगंज में तहरीर दी गई थी, जिसमें रामू ने आरोप लगाया था कि उसकी पत्नी को पड़ोस में रहने वाली एक महिला ने थाना कर्नलगंज क्षेत्र में रहने वाले अतीकुर्रहमान और मुजम्मिल से मिलवाया था. दोनों ने उससे 40 हजार रुपये लेकर पहले उसकी पत्नी का पासपोर्ट बनवाया और बाद में 5 जनवरी को टूरिस्ट वीजा पर पत्नी की हॉस्पिटल में नौकरी लगवाने की बात कहकर ओमान भेज दिया.
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पुलिस की मेहनत लाई रंग
इसके कुछ दिन बाद ही रामू की पत्नी ने फोन कर बताया कि ओमान में न सिर्फ उसका पॉसपोर्ट और मोबाइल छीन लिया गया है बल्कि उसे बंधक बनाकर जबरन घरों में काम करवाया जा रहा है. इतना ही नहीं, उसका शारीरिक और मानसिक शोषण भी किया जा रहा है. शिकायत के बाद कानपुर पुलिस हरकत में आई और कार्रवाई करते हुए मानव तस्करी करने वाले अतीकुर्रहमान और मुजम्मिल को गिरफ्तार किया. गिरफ्तारी के बाद महिलाओं के बारे में पता लगा और अब पुलिस के प्रयास से दोनों महिलाओं को भारत लाया जा रहा है.