आगरा: जिले के यमुनापार स्थित एक हॉस्पिटल संचालक से लाखों की ठगी करने वाले दो शातिर बदमाशों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. वहीं एक अन्य शातिर मौके से फरार हो गया. आरोपियों ने हॉस्पिटल मालिक को तीन साल तक बीएसएनएल कंपनी के कर्मचारियों के लिए कैशलेस इलाज का ठेका दिलाने की बात कही थी. आरोपियों के पास से पुलिस ने बड़ी मात्रा में सिम और अन्य सामान बरामद किया है.
प्राप्त जानकारी के अनुसार डॉक्टर अनिल कुमार यादव यमुनापार क्षेत्र स्थित मंडी समिति के निकट बने ऐपेक्स हॉस्पिटल के निदेशक हैं. उन्होंने बताया कि विगत 14 तारीख को उनके पास एक व्यक्ति का फ़ोन आया. फोनकर्ता ने अपने आप को बीएसएनएल कंपनी का जनरल मैनेजर बताया. साथ ही उसने कहा कि वह आपको तीन साल के लिए बीएसएनएल कंपनी के कर्मचारियों के लिए कैश लैस इलाज का ठेका दिलवाएगा, जिसके एवज में आरोपी ने उनसे तीस लाख रुपये ले लिए.
ठगी के मामले में पीड़ित डॉक्टर ने इसकी शिकायत थाना एत्माउद्दौला में की. पुलिस ने तहरीर के आधार पर मुकदमा पंजीकृत किया. शनिवार की रात को शातिरों के रामबाग स्थित पार्क के पास होने की सूचना मिली, जिस पर पुलिस ने घेराबंदी की. पुलिस ने मौके से दो आरोपियों को गिरफ्तार किया, जबकि एक आरोपी भागने में सफल रहा. पुलिस पूछताछ में बदमाशों ने अपना नाम अवधेश शर्मा पुत्र श्रीनिवास मुरैना मध्यप्रदेश और सुजीत पंथी पुत्र जमुना प्रसाद निवासी भोपाल मध्यप्रदेश बताया है, जबकि फरार अभियुक्त का नाम रमेश प्रजापति निवासी गोरखपुर बताया जा रहा है.
सिम कार्ड और फ़र्ज़ी वोटर कार्ड बरामद
पुलिस को बदमाशों के पास से तेरह नए दो पुराने सिम कार्ड, एक आधार कार्ड, एक वोटर कार्ड, दो बीएसएनएल कंपनी के प्रपत्र और एक मोबाइल मिला है. पूछताछ में उन्होंने बताया कि वोटर कार्ड प्रशांत विश्वास नाम के व्यक्ति का है, जिस पर अवधेश शर्मा ने अपना फोटो लगा रखा है. वह किसी को भी यही पहचान पत्र दिखाता है और अपने को प्रशांत बताता है.
एक आरोपी जा चुका है जेल
पुलिस के अनुसार सुजीत आइडिया कंपनी में नौकरी करता है और वहां से नई सिम निकाल लेता था. वहीं अवधेश शर्मा पूर्व में भोपाल में अपने आठ साथियों के साथ फर्जी खाता खुलवाने पर जेल भी जा चुका है. गिरफ्तार करने वाली टीम में इंस्पेक्टर विनोद कुमार, सब इंस्पेक्टर मनवीर सिंह और सिपाही अजय कुमार शामिल रहे.