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Kanpur में रामचरित मानस की चौपाइयों से केमिस्ट्री पढ़ा रहे ये शिक्षक, छात्र बोले- लाजवाब...

एक ओर रामचरित मानस की चौपाइयों को लेकर नेता विवादित बयान दे रहे हैं तो वहीं दूसरी ओर उन्हीं चौपाइयों की मदद से एक शिक्षक बच्चों को केमिस्ट्री जैसा गंभीर विषय चुटकियों में सिखा रहे हैं. कानपुर के यह शिक्षक इन दिनों सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बन गए हैं. चलिए जानते हैं उनके बारे में.

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Published : Feb 2, 2023, 5:22 PM IST

Updated : Feb 2, 2023, 9:07 PM IST

कानपुरः शहर के एक शिक्षक इन दिनों राम चरित मानस की चौपाइयों से छात्रों को केमिस्ट्री समझा रहे हैं. उनकी इस पहल को छात्र काफी पसंद कर रहे हैं. छात्रों का कहना है कि उन्हें केमिस्ट्री जैसा कठिन विषय अब काफी आसानी से समझ में आने लगा है. केमिस्ट्री के फार्मूले चुटकियों में याद हो जा रहे हैं. सोशल मीडिया पर शहर के यह शिक्षक चर्चा का विषय बने हुए हैं. उनके पढ़ाने का तरीका देखकर हर कोई मुरीद हो रहा है.

रामचरित मानस की चौपाइयों से ऐसे पढ़ा रहे शिक्षक.

इस बार में अध्यापक डॉ. पीएस परिहार का कहना है वह लगभग 25 वर्षों से शिक्षण के कार्य में जुटे हुए हैं. पढ़ाने के दौरान उन्होंने पाया कि एडवांस पढ़ाई को लेकर बच्चों में तनाव और डिप्रेशन जैसी समस्याएं हो जाती हैं. इसकी वजह से वह अनैतिक कार्यं में लिप्त हो जाते हैं. इसका असर समाज पर भी पड़ता है. सोचा कि बच्चों का तनाव कम करने के साथ उन्हें कैसे अच्छी शिक्षा दी जाए ताकि उनके संस्कार और शिष्टाचार बढ़ें. अचानक रामचरित मानस की याद आई.

वह बताते हैं कि सबसे जरूरी विषय संस्कार होता है. इस वजह से रामचरित मानस से छात्र छात्राओं को जोड़ना बेहद जरूरी है. इससे बच्चों में संस्कार और अनुशासन दोनो ही आते हैं. एकाग्रता भी बढ़ती है. सबसे बड़ी और खास बात ये है कि रसायन विज्ञान एक ऐसा विषय है जिससे बच्चे दूर भागते है, इस विषय के सवालों को सरलता से हल करने के लिए राम चरित मानस की चौपाइयां बहुत काम आने लगीं हैं. चौपाइयों की मदद से छात्र आसानी से केमिस्ट्री के कठिन सूत्रों को याद कर ले रहे हैं. उन्होंने फार्मूलों को कुछ चौपाइयों से जोड़ा. यह छात्रों का काफी पसंद आ रहा है. इससे वे आसानी से केमिस्ट्री याद कर रहे हैं.

संगीत से भी जोड़ना जरूरी
अध्यापक डॉ. पीएस परिहार का कहना है कि म्यूजिक एक ऐसा माध्यम है जो किसी भी स्थिति में मन को एकाग्र कर देता है. जब छात्र पढ़ाई को लेकर तनाव और दबाव में होते हैं तो संगीत से इसे कम किया जा सकता है. इस वजह से वह रामचरित मानस की चौपाइयों को गाकर सुनाते हैं. चौपाइयों को फिल्मी गानों की जुगलबंदी से जोड़कर बच्चों को आसानी से केमिस्ट्री सिखा देते हैं.

छात्र-छात्राएं बोले, तनाव मुक्त हो जाते हैं
डॉक्टर पीएस परिहार की क्लास में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं से जब ईटीवी भारत की टीम ने बात की तो उनका कहना था कि उन्हें रामचरितमानस की चौपाइयां केमिस्ट्री सीखने में काफी मदद कर रही हैं. यह तरीका लाजवाब है. छात्र कृष्णा दीक्षित का कहना है इस तरीके की पढ़ाई से ओवर ऑल व्यू बना ही रहता है. छात्रा मांडवी सिंह का कहना है यह साइंटिफिक रीजन भी है कि जो म्यूजिक है वह जल्द ही माइंड में चढ़ता है. ऐसे में यह हमें पढ़ने में काफी मदद करता है. चौपाइयों को सुनकर मन तनाव से मुक्त हो जाता है. साथ ही सभी सवालों के जवाब भी मिल जाते हैं.

ये भी पढ़ेंः Ayodhya में राम जन्मभूमि को बम से उड़ाने की धमकी

कानपुरः शहर के एक शिक्षक इन दिनों राम चरित मानस की चौपाइयों से छात्रों को केमिस्ट्री समझा रहे हैं. उनकी इस पहल को छात्र काफी पसंद कर रहे हैं. छात्रों का कहना है कि उन्हें केमिस्ट्री जैसा कठिन विषय अब काफी आसानी से समझ में आने लगा है. केमिस्ट्री के फार्मूले चुटकियों में याद हो जा रहे हैं. सोशल मीडिया पर शहर के यह शिक्षक चर्चा का विषय बने हुए हैं. उनके पढ़ाने का तरीका देखकर हर कोई मुरीद हो रहा है.

रामचरित मानस की चौपाइयों से ऐसे पढ़ा रहे शिक्षक.

इस बार में अध्यापक डॉ. पीएस परिहार का कहना है वह लगभग 25 वर्षों से शिक्षण के कार्य में जुटे हुए हैं. पढ़ाने के दौरान उन्होंने पाया कि एडवांस पढ़ाई को लेकर बच्चों में तनाव और डिप्रेशन जैसी समस्याएं हो जाती हैं. इसकी वजह से वह अनैतिक कार्यं में लिप्त हो जाते हैं. इसका असर समाज पर भी पड़ता है. सोचा कि बच्चों का तनाव कम करने के साथ उन्हें कैसे अच्छी शिक्षा दी जाए ताकि उनके संस्कार और शिष्टाचार बढ़ें. अचानक रामचरित मानस की याद आई.

वह बताते हैं कि सबसे जरूरी विषय संस्कार होता है. इस वजह से रामचरित मानस से छात्र छात्राओं को जोड़ना बेहद जरूरी है. इससे बच्चों में संस्कार और अनुशासन दोनो ही आते हैं. एकाग्रता भी बढ़ती है. सबसे बड़ी और खास बात ये है कि रसायन विज्ञान एक ऐसा विषय है जिससे बच्चे दूर भागते है, इस विषय के सवालों को सरलता से हल करने के लिए राम चरित मानस की चौपाइयां बहुत काम आने लगीं हैं. चौपाइयों की मदद से छात्र आसानी से केमिस्ट्री के कठिन सूत्रों को याद कर ले रहे हैं. उन्होंने फार्मूलों को कुछ चौपाइयों से जोड़ा. यह छात्रों का काफी पसंद आ रहा है. इससे वे आसानी से केमिस्ट्री याद कर रहे हैं.

संगीत से भी जोड़ना जरूरी
अध्यापक डॉ. पीएस परिहार का कहना है कि म्यूजिक एक ऐसा माध्यम है जो किसी भी स्थिति में मन को एकाग्र कर देता है. जब छात्र पढ़ाई को लेकर तनाव और दबाव में होते हैं तो संगीत से इसे कम किया जा सकता है. इस वजह से वह रामचरित मानस की चौपाइयों को गाकर सुनाते हैं. चौपाइयों को फिल्मी गानों की जुगलबंदी से जोड़कर बच्चों को आसानी से केमिस्ट्री सिखा देते हैं.

छात्र-छात्राएं बोले, तनाव मुक्त हो जाते हैं
डॉक्टर पीएस परिहार की क्लास में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं से जब ईटीवी भारत की टीम ने बात की तो उनका कहना था कि उन्हें रामचरितमानस की चौपाइयां केमिस्ट्री सीखने में काफी मदद कर रही हैं. यह तरीका लाजवाब है. छात्र कृष्णा दीक्षित का कहना है इस तरीके की पढ़ाई से ओवर ऑल व्यू बना ही रहता है. छात्रा मांडवी सिंह का कहना है यह साइंटिफिक रीजन भी है कि जो म्यूजिक है वह जल्द ही माइंड में चढ़ता है. ऐसे में यह हमें पढ़ने में काफी मदद करता है. चौपाइयों को सुनकर मन तनाव से मुक्त हो जाता है. साथ ही सभी सवालों के जवाब भी मिल जाते हैं.

ये भी पढ़ेंः Ayodhya में राम जन्मभूमि को बम से उड़ाने की धमकी

Last Updated : Feb 2, 2023, 9:07 PM IST
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