कानपुर: मुठभेड़ मामले में गिरफ्तार दारोगा केके शर्मा ने सुप्रीम कोर्ट में अर्जी दाखिल कर अपनी जान के खतरे की संभावना जताते हुए इस पूरे मामले की सीबीआई से जांच कराने की मांग की है. इस कांड में उसे हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे को दबिश की सूचना देने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. बिकरू थाना प्रभारी विनय तिवारी और बीट प्रभारी दारोगा केके शर्मा को 120 बी के तहत एफआईआर दर्ज कर जेल भेजा गया है.
गौरतलब है कि कानपुर जिले के चौबेपुर थाना क्षेत्र के अंतर्गत बिकरू गांव में बीती 2 जुलाई को पुलिस की टीम कुख्यात अपराधी विकास दुबे को गिरफ्तार करने गई थी. इस दौरान उसने अपने साथियों के साथ पुलिस टीम पर घर के अंदर और छत से फायरिंग शुरू कर ही. इसके बाद पुलिस और बदमाशों में मुठभेड़ होने लगी. पुलिस ने जवाबी कार्रवाई करते हुए दो बदमाशों को मार दिया था.
वहीं इस मुठभेड़ में 8 पुलिसकर्मी शहीद हो गए थे, जबकि कई अन्य घायल हो गए थे. वहीं विकास दुबे अपने साथियों के साथ फरार हो गया था. इसके बाद से ही पुलिस और एसटीएफ की टीम उसकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी करने लगी. 9 जुलाई को उज्जैन महाकाल मंदिर में दर्शन के बाद उसे एमपी पुलिस ने पकड़ लिया था और 10 जुलाई को यूपी एसटीएफ ने उसे एनकाउंटर में ढेर कर दिया था.