कानपुर: शहर से सपा विधायक इरफान सोलंकी गुरुवार को जब कानपुर कोर्ट पहुंचे तो उनके चेहरे पर हमेशा की तरह मुस्कान झलक रही थी. अच्छी संख्या में पुलिसकर्मियों के बीच मौजूद सपा विधायक इरफान सोलंकी ने जैसे ही मीडियाकर्मियों को देखा तो आसमां की ओर इशारा करते हुए कहा- वो है और इंसाफ अभी जिंदा है... इतना कहते हुए सपा विधायक कोर्ट के अंदर चले गए.
कोर्ट में मौजूद अधिवक्ताओं ने बताया कि सपा विधायक इरफान सोलंकी व उनके भाई रिजवान सोलंकी के खिलाफ जाजमऊ निवासी एक महिला ने अपने प्लाट पर आगजनी का आरोप लगाते हुए जो मुकदमा दर्ज कराया था, उसी मामले में सपा विधायक की पेशी हुई. गुरुवार को सपा विधायक व उनके भाई से कई घंटे तक सवाल-जवाब भी किए गए. हालांकि, किसी तरह के आरोप तय नहीं हो सके. इस पूरे मामले पर संयुक्त पुलिस आयुक्त कानून व्यवस्था आनंद प्रकाश तिवारी ने बताया कि महिला का घर फूंकने के मामले में जल्द ही ट्रायल पूरा हो जाएगा. इसके बाद कोर्ट अपना फैसला सुनाएगी. कानपुर पुलिस कमिश्नरेट की ओर से इस मामले में चार्जशीट लगाई जा चुकी है.
सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच चुका है सपा विधायक का मामला: सपा विधायक इरफान सोलंकी का मामला सुप्रीम कोर्ट की चौैखट तक पहुंच चुका है. सपा विधायक ने जहां अपनी जमानत के लिए याचिका दायर की है, वहीं कानपुर पुलिस कमिश्नरेट की ओर से सुप्रीम कोर्ट में सारे साक्ष्य लगाए जा चुके हैं. अब, जल्द ही सुप्रीम कोर्ट में सपा विधायक इरफान सोलंकी के मामले की सुनवाई होगी. शहर के पूरे पुलिस महकमे में इस बात की चर्चा जोरों पर है कि जो साक्ष्य सपा विधायक के खिलाफ पुलिस के पास हैं, उनके आधार पर सख्त से सख्त सजा सुनाई जा सकती है. बता दें कि सपा विधायक इरफान सोलंकी जहां पिछले कई माह से महाराजगंज जेल में बंद हैं. वहीं, उनके भाई रिजवान सोलंकी को कानपुर जेल में बंद करके रखा गया है.
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