कानपुरः आत्म निर्भर भारत के अभियान की दिशा में कदम बढ़ाते हुए कानपुर के स्माल आर्म फैक्ट्री ने 0.32 बोर की 'प्रहार' रिवॉल्वर बनाई है. अंतरराष्ट्रीय स्तर के सभी मानकों को ध्यान में रख कर बनाई गई 'प्रहार' रिवाल्वर ब्रिटेन की 'वेब्ले स्कॉट' रिवाल्वर को टक्कर देगी. इतना ही नहीं .32 बोर में अब तक बनीं रिवॉल्वर में इसकी मारक क्षमता भी दोगुनी से ज्यादा बढ़ाई गई है.
रिवाल्वर की बुकिंग शुरू
कानपुर की लघु शस्त्र निर्माणी ने नव वर्ष पर अपने ग्राहकों को 0.32 रिवाल्वर का तोहफा दिया है. 'प्रहार' रिवाल्वर का लोकार्पण शनिवार को लघु शस्त्र निर्माणी के महाप्रबंधक ए.के. मौर्य ने किया. 'प्रहार' रिवाल्वर की बुकिंग ग्राहकों के लिए शुरू कर दी गई है. यह रिवाल्वर चलाने में जितनी आरामदायक है, उतनी ही देखने में आकर्षक है. इस रिवाल्वर को बनाने के लिए स्माल आर्म फैक्ट्री की टीम ने कई तरह के शोध और संशोधन के बाद निर्माण किया है. लोकार्पण समारोह में लघु शस्त्र निर्माणी के समस्त अधिकारी समेत विभिन्न यूनियनों, एसोसिएशन के पदाधिकारियों व आर्म्स डीलर और सदस्यों ने हिस्सा लिया. बता दें कि कानपुर में आयुध निर्माणों का गौरव एतिहासिक रहा है.
कई दौर के ट्रायल के बाद बनी 'प्रहार'
आयुध फैक्ट्री के महाप्रबंधक ए.के. मौर्य ने बताया कि ग्राहकों को ये प्रहार रिवाल्वर ऑनलाइन मिलेगी. उन्होंने बताया कि प्रहार रिवाल्वर की रेंज मात्र 50 मीटर तक रखी गयी है. इस रिवाल्वर को बेहतर एग्रोनॉमिक्स के लिए नई वुडन ग्रिप के साथ कई दौर के ट्रायल करने के बाद तैयार किया गया है. उन्होंने बताया कि प्रहार ने सभी अंतरराष्ट्रीय मानकों पर खरी उतरी है. इसके बाद ही प्रहार रिवाल्वर को बाजार में उतारा गया है. उन्होंने बताया कि अत्याधुनिक प्रहार सिविलियन बाजार में ग्राहकों की आकांक्षाओं को पूर्ण करने में अवश्य सफल होगा.