कानपुर: 31 अक्टूबर 1984 को तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के बाद हुए दंगों में कानपुर में 127 सिखों की हत्या की गई थी. एसआईटी इस मामले की जांच कर रही है. मंगलवार की देर रात एसआईटी ने 2 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार किए गए आरोपियों में एक सिध्द गोपाल गुप्ता निवासी किदवई नगर थाना नौबस्ता है. वहीं, दूसरे विपिन कुमार तिवारी यशोदा नगर निवासी बताया जा रहा है.
बता दें कि एसआईटी टीम के डीआईजी बालेंदु भूषण सिंह सिख विरोधी दंगों के मामले में लगातार कार्रवाई कर रहे हैं. आरोपियों की तलाश में देर रात एसआईटी ने शहर में पांच अलग-अलग इलाकों में दबिश देकर दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार किए गए आरोपियों में सिद्ध गोपाल गुप्ता और जितेंद्र कुमार तिवारी शामिल हैं. एसआईटी ने अभी तक 94 आरोपियों में 13 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है. इन आरोपियों के खिलाफ एसआईटी पर्याप्त सबूत मिले हैं.
100 से अधिक लोगों की चली गई थी जान
1984 में हुए सिख दंगा मामले में 100 से अधिक लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी थी. चश्मदीदों के मुताबिक दंगा कई दिनों तक हुआ था. एसआईटी प्रभारी के मुताबिक भीड़ ने निराला नगर की एक ऐसी बिल्डिंग पर धावा बोल दिया था, जिसमें 15 से अधिक परिवार रहते थे. भीड़ ने एक मकान में आग लगा दी थी. जब दंगा हुआ था, तब हत्या, लूट और डकैती समेत अन्य धाराओं में 40 से अधिक मुकदमे दर्ज किए गए थे. उनमें से 20 मुकदमों को अग्रिम विवेचना के लायक माना गया था. इसमें से 11 मुकदमों की विवेचना पूरी हो गई है. अब मुकदमों के आधार पर गिरफ्तारियां की जा रही हैं.
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