कानपुर : पूरे देश में लॉकडाउन के दौरान सभी ने कुछ न कुछ नुकसान सहा. वहीं जिले में लॉकडाउन के दौरान व्यापार ठप होने से आर्थिक तंगी से जूझ रहा परचून दुकानदार हेमंत कुमार आंखों का इलाज नहीं करा पाया. इस कारण उसे दिखना बंद हो गया, जिसके चलते तनाव में आकर उसने फांसी लगाकर जान दे दी. सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है.
दरअसल जिले के बर्रा थाना क्षेत्र के गुजैनी गांव में रहने वाले हेमंत कुमार के घर पर ही एक परचून की दुकान है. इससे हेमंत अपने पूरे परिवार का खर्चा चलाता था. मृतक के भाई चंद्रप्रकाश ने बताया कि हेमंत की एक आंख का इलाज चल रहा था. लॉकडाउन के बाद से आर्थिक स्थिति बिगड़ती चली गई और इलाज न करा पाने की वजह से कुछ दिन पहले ही उसकी दूसरी आंख की रोशनी भी चली गई. जिस कारण वह परेशान रहने लगा था. वहीं देर रात मां ने उसका शव पंखे के कुंडे से लटकता देखा, जिसके बाद उसने शोर मचाया. इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई. वही बर्रा थाना प्रभारी हरमीत सिंह ने बताया कि तंगी के चलते युवक अपनी आंखों का इलाज नहीं करा पा रहा था. इसी तनाव में उसने फांसी लगा ली.