कानपुर: आईआईटी कानपुर में आठवें प्राचीन भारतीय विज्ञान तकनीकी पर सेमिनार का आयोजन हुआ. इस सेमिनार में कई शहरों के छात्र शामिल हुए. आईआईटी कानपुर में आठवें प्राचीन भारतीय विज्ञान व तकनीकी विषय पर एक सेमिनार का आयोजन किया गया. सेमिनार का उद्घाटन मुख्य अतिथि प्रो. धनुष धारी मिश्रा, आईआईटी धनबाद कई विशिष्ट लोगों ने आईआईटी कानपुर के दीप प्रज्जवलन करके किया गया.
प्राचीन भारत के वास्तुकला के परिपेक्ष्य में मंदिर निर्माण की प्रौद्योगिकी का विस्तार से वर्णन किया और उत्तर व दक्षिण भारतीय शैलियों की विवेचना की. मंदिर, भारतीय ज्ञान परंपरा और विरासत का प्राण केंद्र रहे हैं. इनकी निर्माण शैली बहुत सुंदर व टिकाऊ थे लेकिन इनका संरक्षण करने के लिए शिल्प शास्त्र को अध्ययन करके आज के परिवेश में कारगर बनाना जरूरी है. इसके लिए हमारे निर्माण इंजीनियरिंग शिक्षा में इसे शामिल करना अति आवश्यक है. प्रो. मिश्रा ने छात्रों का प्राचीन मंदिर निर्माण कला सीखने के लिए आह्वाहन किया ताकि हमारे प्राचीन मंदिर संरक्षित हो सके.
प्रो. देवी प्रसाद मिश्र