कानपुर: कानपुर नगर निगम मुख्यालय (Kanpur Municipal Corporation Headquarters) में सोमवार को हुई कार्यकारिणी बैठक में पार्षदों ने जमकर हंगामा किया. पार्षदों ने नगर निगम अफसरों पर आरोप लगाया कि निजी कंपनी से सर्वे कराकर लोगों को गलत बिल भेजे गए. पार्षदों ने कहा कि गृहकर संबंधी सारे बिल निरस्त कराए जाएं और नगर निगम खुद सर्वे कराकर लोगों को सही बिल भेजे. वहीं, शनिवार को कार्यकारिणी का एजेंडा भेजे जाने पर भी पार्षदों ने नाराजगी जताई.
बीजेपी पार्षद नवीन पंडित ने तो मुख्यालय गेट पर बैठकर ही धरना दिया और बताया कि उनके क्षेत्र में लोगों को गलत बिल दिए गए. जो दरें होनी चाहिए उनके स्थान पर अधिक दरों के साथ बिल भेज दिए गए. पार्षद ने कहा कि उन्होंने जब इस मामले की शिकायत महापौर प्रमिला पांडेय से की तो उन्होंने जांच कराई. जांच में भी यह सामने आया कि निजी कंपनी ने गलत ढंग से सर्वे किया. वहीं, बैठक शुरू होते ही पार्षदों ने नगर निगम सभागार में खूब शोर मचाया.
नगर निगम मुख्यालय में पार्षदों के बीच इस बात की भी चर्चा थी कि अक्टूबर में निकाय चुनाव होने हैं. चुनाव से पहले अचानक ही कार्यकारिणी बैठक कराई गई. वहीं, इस बैठक के एजेंडे में महज चार प्रस्तावों को शामिल किया गया. इनमें साकेत नगर स्थित पार्क का आवंटन, नर्वल रोड स्थित बस्ती का नाम पितांबरा विहार समेत दो अन्य प्रस्ताव सड़क और चौराहा नामकरण के हैं. बैठक में 9 भाजपा पार्षदों, 2 सपा पार्षदों व 1 कांग्रेस के पार्षद ने हिस्सा लिया. इससे पहले मई में नगर निगम कार्यकारिणी की बैठक आयोजित की गई थी.
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