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UP Election 2022: बिल्हौर में सड़क, बिजली और पानी मुद्दा, क्या इस बार बदलेगा चुनावी समीकरण

कानपुर की दस विधानसभा सीटों में एक बिल्हौर विधानसभा में इस बार भी सड़क, बिजली और पानी प्रमुख मुद्दे रहेंगे. भाजपा के कब्जे वाली इस सीट पर सपा और बसपा जोर आजमाइश की तैयारी में हैं. विपक्षी दलों को उम्मीद है कि इस बार जनता जनार्दन उन्हें यह सीट सौपेंगी. चलिए जानते हैं इस सीट से जुड़े चुनावी समीकरणों को।

बिल्हौर विधानसभा में क्या इस बार बदलेगा चुनावी समीकरण.
बिल्हौर विधानसभा में क्या इस बार बदलेगा चुनावी समीकरण.
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Published : Oct 1, 2021, 4:19 PM IST

कानपुरः बिल्हौर विधानसभा की यह सीट पिछले चुनाव में भाजपा ने सपा से छीनी थी. अगर इस सीट पर पिछले चुनावों के प्रदर्शन की बात की जाए तो 2012 में जहां इस सीट पर सपा और बसपा की सीधी लड़ाई थी तो वहीं 2017 के चुनाव में बीजेपी प्रत्य़ाशी ने एकतरफा जीत दर्ज कर सभी को चौंका दिया था. हालांकि चुनावी विश्लेषक पिछली जीत को मोदी लहर का असर मान रहे थे. अब विधानसभा चुनाव 2022 आ रहे हैं. ऐसे में एक बार फिर यहां चुनावी हलचल तेज हो गई है. सपा और बसपा जहां इस बार इस सीट पर जीत की आस लगाए हैं तो वहीं बीजेपी इस बार फिर यह सीट पार्टी की झोली में आने का दावा कर रही है. इस बार भी इस विधानसभा का मुद्दा बिजली, पानी और सड़क रहेगा.

मतदाताओं पर एक नजर

पुरुष2,07,793
महिला 1,75,195

16वीं विधानसभा चुनाव 2012

प्रत्य़ाशी पार्टी वोट
अरुणा कोरी सपा
87804
कमलेश चंद्र दिवाकर
बसपा 71747
राकेश सोनकर
बीजेपी 25473
राम लखन गौतम कांग्रेस
22640

17वीं विधानसभा 2017 में प्रदर्शन

प्रत्याशी
पार्टी वोट
भगवती प्रसाद सागर बीजेपी
1,02326
कमलेश चंद्र दिवाकर
बीएसपी 71,160
शिवकुमार बेरिया सपा
60,023
बिल्हौर विधानसभा में क्या इस बार बदलेगा चुनावी समीकरण.

मुद्दे जो पहले थे, वो आज भी हैं

बिल्हौर विधानसभा में सबसे बड़े मुद्दे सड़क, पानी और बिजली हैं. यहां के कई गांवों में अभी विकास कोसों दूर है. कई गांवों में अभी तक बिजली कनेक्शन भी नहीं हो सके हैं. इसके अलावा गांवों में सड़क, बिजली और स्वास्थ्य सेवाओं की कमी जैसे कई मुद्दे अभी भी बरकरार हैं. ग्रामीणों की शिकायत है कि जिन गांवों में बिजली है वहां नियमित नहीं आती है. यहां जाम भी बड़ी समस्या है. अगर आगामी चुनाव की बात की जाए तो इस बार बीजेपी और सपा में यहां टक्कर इस बार देखने को मिल सकती है.

यह भी पढेंः सूबे में कानून व्यवस्था पर सीएम योगी सख्त: डीजीपी और एडीजी को किया तलब

ये रहा ऐतिहासिक महत्व

मकनपुर की जिंदाशाह मदार की दरग़ाह
शिवराजपुर का खेरेश्वर मंदिर
बिल्हौर का बाबा वनखण्डेश्वर मंदिर

कानपुरः बिल्हौर विधानसभा की यह सीट पिछले चुनाव में भाजपा ने सपा से छीनी थी. अगर इस सीट पर पिछले चुनावों के प्रदर्शन की बात की जाए तो 2012 में जहां इस सीट पर सपा और बसपा की सीधी लड़ाई थी तो वहीं 2017 के चुनाव में बीजेपी प्रत्य़ाशी ने एकतरफा जीत दर्ज कर सभी को चौंका दिया था. हालांकि चुनावी विश्लेषक पिछली जीत को मोदी लहर का असर मान रहे थे. अब विधानसभा चुनाव 2022 आ रहे हैं. ऐसे में एक बार फिर यहां चुनावी हलचल तेज हो गई है. सपा और बसपा जहां इस बार इस सीट पर जीत की आस लगाए हैं तो वहीं बीजेपी इस बार फिर यह सीट पार्टी की झोली में आने का दावा कर रही है. इस बार भी इस विधानसभा का मुद्दा बिजली, पानी और सड़क रहेगा.

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पुरुष2,07,793
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16वीं विधानसभा चुनाव 2012

प्रत्य़ाशी पार्टी वोट
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87804
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बसपा 71747
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बीजेपी 25473
राम लखन गौतम कांग्रेस
22640

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प्रत्याशी
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1,02326
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शिवकुमार बेरिया सपा
60,023
बिल्हौर विधानसभा में क्या इस बार बदलेगा चुनावी समीकरण.

मुद्दे जो पहले थे, वो आज भी हैं

बिल्हौर विधानसभा में सबसे बड़े मुद्दे सड़क, पानी और बिजली हैं. यहां के कई गांवों में अभी विकास कोसों दूर है. कई गांवों में अभी तक बिजली कनेक्शन भी नहीं हो सके हैं. इसके अलावा गांवों में सड़क, बिजली और स्वास्थ्य सेवाओं की कमी जैसे कई मुद्दे अभी भी बरकरार हैं. ग्रामीणों की शिकायत है कि जिन गांवों में बिजली है वहां नियमित नहीं आती है. यहां जाम भी बड़ी समस्या है. अगर आगामी चुनाव की बात की जाए तो इस बार बीजेपी और सपा में यहां टक्कर इस बार देखने को मिल सकती है.

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