कानपुर: भले ही आईआईटी कानपुर के नवाचारों को देश और दुनिया में सराहा जाता हो, मगर क्यूएस वर्ल्ड की ओर से जो 2024 की रैंकिंग सूची जारी हुई है उसमें संस्थान टॉप-10 में जगह नहीं बना सका है. आईआईटी कानपुर की रैंकिंग इस बार फिसल गई है और उसे देश में 11वां स्थान मिला, जबकि दुनिया में 522वां स्थान. इस सूची में देश में दिल्ली विवि टॉप पर है. पिछले दो सालों से जारी हो रही इस सूची में पिछले साल आईआईटी कानपुर देश में पांचवें स्थान पर था. दुनिया में आईआईटी कानपुर की रैंकिंग 451 से 500 के बीच रखा गया था.
हर साल जारी होती है क्यूएस वर्ल्ड रैंकिंग : साइमंड्स संस्था की ओर से हर साल प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थानों की रैंकिंग जारी की जाती है. क्यूएस ने वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग और एशिया यूनिवर्सिटी रैंकिंग के बाद मंगलवार देर रात सस्टेनेबिलिटी रैंकिंग 2024 जारी की है. इसमें देश के 56 शीर्ष संस्थानों को चुना गया। क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग 2024 में आईआईटी कानपुर को 278वां स्थान मिला है. वहीं, क्यूएस एशिया यूनिवर्सिटी रैंकिंग 2024 में कानपुर को 63वां स्थान मिला है. आईआईटी कानपुर के विशेषज्ञों का कहना है कि इनवायरमेंटल रैंक, सोशल इम्पैक्ट रैंक व गर्वनेंस रैंक के आधार पर ही आईआईटी कानपुर की रैंकिंग तय की गई है.
रैंकिंग में सुधार के लिए जारी है कवायद: आईआईटी कानपुर के जिम्मेदारों का कहना है कि आईआईटी कानपुर की ओर से क्यूएस वर्ल्ड सस्टेनेबिलिटी रैंकिंग में सुधार के लिए कवायद जारी है. आने वाले दिनों में आईआईटी कानपुर में गंगवाल स्कूल आफ मेडिकल साइंस, प्रो.मेहता साइंस सेंटर समेत कई अन्य केंद्रों के संचालन की गतिविधि शुरू होंगी. जिससे कैम्पस में शोध कार्यों को बढ़ावा मिलेगा. यह रैंकिंग सुधार की दिशा में एक अहम कदम साबित होगा.