कानपुर: कुछ दिनों पहले शहर के चकेरी थाना क्षेत्र में किसान बाबू सिंह ने ट्रेन के आगे कटकर जान दे दी ( Farmer Babu Singh Suicide Case in Kanpur) थी. रेलवे ट्रैक पर जो सुसाइड नोट पुलिस को मिला था, उसमें लिखा था कि भाजपा नेता प्रियरंजन आशू समेत कई अन्य ने किसान की करोड़ों रुपये की जमीनें हड़प लीं. पुलिस ने इस मामले में एक माह पहले मुकदमा दर्ज कर लिया था और लगातार आरोपियों को दबोचने की कवायद जारी है. पार्टी की छवि भी इस मामले में बुरी तरह से धूमिल हो रही थी.
ऐसी स्थिति में मंगलवार को भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने इस मामले का संज्ञान लिया और प्रियरंजन आशू को पार्टी से निष्कासित कर दिया. इसकी पुष्टि क्षेत्रीय अध्यक्ष प्रकाश पाल ने की. किसान के परिवार के सभी सदस्य इसकी मांग कई दिनों पहले से कर रहे थे. चर्चा यह भी है कि जल्द ही प्रियरंजन आशू को बाल आयोग के सदस्य पद से भी हटाया जाएगा. पुलिस ने आरोपी प्रियरंजन आशू पर एक लाख रुपये का ईनाम घोषित कर रखा है. जल्द ही पुलिस प्रियरंजन आशू के खिलाफ धारा-82 व 83 के अंतर्गत कुर्की की कार्रवाई शुरू कर देगी. अभी तक इस मामले में पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है.
पुलिस आयुक्त से मिलीं बेटियां: किसान बाबू सिंह की बेटियों ने पुलिस आयुक्त डा.आरके स्वर्णकार व संयुक्त पुलिस आयुक्त कानून व्यवस्था आनंद प्रकाश तिवारी से मुलाकात की. बेटियों ने दोनों ही आला अफसरों से कहा कि आरोपी प्रियरंजन पर गैंगस्टर लगाया जाए. साथ ही उसकी संपत्तियों को कुर्क किया जाए. बेटियों ने कहा कि आरोपियों ने जिस तरह हमारे सपनों को रौंदा, ठीक वैसे ही प्रियरंजन के घर पर बुलडोजर दौड़ाया जाए.
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